BSF का दावा-असम में NRC लागू होने के बाद वापस लौट रहे हैं बांग्लादेशी
नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शुक्रवार को बताया है कि भारत में घुस आए कुछ बांग्लादेशी नागरिक असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) लागू होने के बाद अपने देश वापस लौट रहे हैं। इससे पहले बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के महानिदेशक मेजर जनरल मोहम्मद शफीनुल इस्लाम ने कहा था कि, बीते दो महीने में 445 बांग्लादेशी नागरिक भारत से स्वदेश लौटे हैं। बीएसएफ मेघालय फ्रंटियर के महानिरीक्षक कुलदीप सैनी ने कहा कि बांग्लादेश में बेहतर होती आर्थिक स्थिति भी बांग्लादेशी नागरिकों के वापस जाने का एक बड़ा कारण है।
उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी मीडिया में आई खबरें भी देखी थी जिसमें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) ने ऐसी गतिविधियों के बारे में बताया था। विस्तृत जानकारी देते हुए, बीएसएफ आईजी ने कहा कि यह संभव है कि भारत के अन्य हिस्सों में रहने वाले बांग्लादेशी असम और त्रिपुरा के रास्ते से लौट रहे हों, क्योंकि दोनों राज्यों के लोगों के साथ उनकी जातीय समानता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस विषय पर बीजीबी से कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं मिली है
सैनी ने कहा कि बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था अच्छी गति से बढ़ रही है इसलिए इस देश के लोगों की घुसपैठ कम हुई है। सैनी ने कहा कि बीएसए को सीएए के संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय या विदेश मंत्रालय से कोई निर्देश नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अधिनियम के अस्तित्व में आने के बाद सीमा की रखवाली के सामान्य नियम में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है। बीएसएफ मेघालय फ्रंटियर 443 किलोमीटर की भारत-बांग्लादेश सीमा की सबसे लंबी सीमा की सुरक्षा करता है। इस स्ट्रेच में 125 बॉर्डर आउट पोस्ट हैं, जो विविध इलाकों से गुजरती हैं।
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