बीएसएफ अधिकारी जिसने कभी हार नहीं मानी, पांचवे प्रयास में पास की IAS परीक्षा
नई दिल्ली। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, आपने अक्सर यह प्रेरक वाक्य लोगों के मुंह से सुना होगा। लेकिन इस वाक्य को वास्तव में बीएसएफ के अधिकारी ने जीवन में जीकर दिखाया है। बीएसएफ अधिकारी हरप्रीत सिंह पांच बार से लगातार सिविल सेवा की परीक्षा दे रहे थे, लेकिन उन्होंने कभी भी फेल होने के बाद हार नहीं मानी और वह अपनी तैयारी में जुटे रहे, इसी का परिणाम है कि उन्होंने पांचवे प्रयास में आईएएस की परीक्षा को पास करके खुद की क्षमता और लगन को साबित किया है। उन्हें पांचवे प्रयास में शीर्ष 20 में स्थान प्राप्त हुआ।
2016 में हुआ था बीएसएफ में चयन
हरप्रीत सिंह बताते हैं कि 2016 में उनका बीएसएफ में चयन हुआ था, लेकिन अगले ही वर्ष उन्होंने नौकरी छोड़ दी और आईएएस बनने के अपने सपने को साकार करने में जुट गए। कठिन परिश्रम और लगन के दम पर उन्होंने इस परीक्षा में सफलता हासिल की। इन पांच प्रयासों में हरप्रीत सिंह ने कभी भी उम्मीद नहीं छोड़ी। वह बताते हैं कि 2016 में मैंने बीएसएफ बतौर असिस्टैंट कमांडेंट ज्वाइन की थी। लेकिन इसमे शामिल होने के बाद मुझे भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात कर दिया गया।
लगातार देते रहे परीक्षा
नौकरी के दौरान हरप्रीत काफी व्यस्त रहते थे, लेकिन इस दौरान भी वह अपनी लक्ष्य से डिगे नहीं और अपना प्रयास करते रहे। हरप्रीत सिंह ने बताया कि इससे पहले मेरा इंडियन ट्रेड सर्विसेज में चयन हुआ था जोकि ग्रुप ए की जॉब है। लेकिन इन्होंने एक बार फिर से आईएएस की परीक्षा दी और उनका शीर्ष 20 में चयन हुआ। हरप्रीत सिंह को 19वां स्थान प्राप्त हुआ। अब वह मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकादमी जाने के लिए काफी रोमांचित हैं।
आखिरकार मिली सफलता
हरप्रीत ने बताया कि बीएसएफ की नौकरी के दौरान भी मैंने 2017 में आईएएस की परीक्षा दी थी। उस दौरान मुझे 45वीं रैंक मिली थी और मेरा इंडियन ट्रेड सर्विस में चयन हुआ था। उस वक्त मैंने बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी और आईटीएस को ज्वाइन किया। एक बार फिर से 2018 में मैंने सिविल सेवा की परीक्षा दी और इस बार मुझे 19वीं रैंक मिली। हरनीत पंजाब के लुधियाना से आते हैं और उन्होंने अपनी पढ़ाई ग्रीन ग्रूव पब्लिक स्कूल से की थी, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स विषय से बीई की डिग्री हासिल की थी।