बॉर्डर पर BSF ने एक के बाद एक 9 हमलों से दिया पाकिस्तान को जवाब
पाकिस्तान की ओर से जम्मू के कई सेक्टर्स में जारी फायरिंग का बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। बीएसएफ ने अखनूर क्षेत्र में बॉर्डर और एलओसी के पास स्थित पाकिस्तान मिलिट्री की पोस्ट्स और बंकर्स पर एक के बाद एक नौ हमले किए हैं।
जम्मू। पाकिस्तान की ओर से जम्मू के कई सेक्टर्स में जारी फायरिंग का बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। बीएसएफ ने अखनूर क्षेत्र में बॉर्डर और एलओसी के पास स्थित पाकिस्तान मिलिट्री की पोस्ट्स और बंकर्स पर एक के बाद एक नौ हमले किए हैं जिसमें कम से कम पांच पाकिस्तानी रेंजर्स के मारे जाने की खबरें हैं। बताया जा रहा है कि इसमें तीन रेंजर्स घायल भी हैं।
एलओसी और बॉर्डर पर पाकिस्तान की पोस्ट्स पर हमले
सूत्रों के मुताबिक बीएसएफ ने ये हमले जम्मू के अखनूर और कनाचक इलाके में पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से जारी फायरिंग और शेलिंग का जवाब देने के स्वरूप किए। पकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे तो वहीं 15 आम नागरिक और एक पुलिस ऑफिसर की भी इसमें मौत हो गई थी। सूत्रों की ओर से जो जानकारी दी गई उसके मुताबिक पाकिस्तान को जवाब देना बहुत जरूरी था क्योंकि वह लगातार बीएसएफ की पोस्ट और नागरिकों पर हमले कर रहे थे। पाकिस्तान ने कनाचक और अखनूर में करीब 31 गांवों को निशाना बनाया है, इसकी वजह से बॉर्डर के इलाकों में बसे लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया है।
40 मिनट तक हुई कमांडर लेवल की मीटिंग
बीएसएफ ने पाकिस्तान मिलिट्री की 10 पोस्ट्स को निशाना बनाया है और कई पोस्ट्स को इन हमलों में बर्बाद कर दिया है। इसके अलावा बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच कमांडर स्तर की एक मीटिंग भी हुई जो करीब 40 मिनट तक चली। इस मीटिंग में दोनों पक्ष एलओसी पर शांति कायम करने पर ध्यान केंद्रित किया है। बीएसएफ की ओर से इस मीटिंग को लेकर एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया। इस बयान में कहा गया है, 'आज की मीटिंग एक स्वतंत्र माहौल में हुई और इसमें बॉर्डर पर दोनों तरफ स्थित गांवों को फायरिंग से फ्री करने पर चर्चा की गई।' दोनों तरफ ने इस बात पर भी ध्यान दिया कि भरोसे के लिए हर स्तर पर वार्ता के दरवाजे खुले रहने चाहिए। लेकिन जम्मू, सांबा और कठुआ इलाके में रह रहे लोगों के बीच डर और भय का माहौल है और उन्हें पाकिस्तान की ओर से किए गए वादे पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है।
सीजफायर के बाद भी जारी है फायरिंग
पाकिस्तान की ओर से रविवार को फायरिंग शुरू हुई थी और यह सोमवार तड़के करीब तीन बजे जाकर रुकी। इस फायरिंग की वजह से लोगों को घरों के अंदर और बंकर्स में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्हें डर है कि दिन में किसी भी समय पाकिस्तान की ओर से फायरिंग की शुरुआत हो सकती है। पिछले माह भी पाकिस्तान की फायरिंग में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए थे। साथ ही 10 नागरिकों की भी मौत हो गई थी। भारत नने साल 1989 से अब तक करीब 70,000 लोगों को पाकिस्तान की फायरिंग और आतंकी हमलों में गंवा दिया है। दोनों देशों के बीच हाल ही में युद्धविराम समझौता लागू करने पर सहमति बनी थी लेकिन इसके बाद भी बॉर्डर पर लगातार माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।