टीपू सुल्तान की जयंती मनाकर केवल मुसलमानों को संतुष्ट करना चाहती है कांग्रेस: येदियुरप्पा
नई दिल्ली। कर्नाटक सरकार ने घोषणा की है कि वह बीजेपी के विरोध के बावजूद इस वर्ष भी 18वीं सदी के मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की जयंती अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक ही मनाएगी। हालांकि राज्य की एचडी कुमारस्वामी सरकार ने गुपचुप तरीके से इस कार्यक्रम का स्थल विधानसौधाा से हटाकर एक गैरराजनीतिक स्थान पर कर दिया है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि वे टीपू सुल्तान की जयंती मनाने का विरोध जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि टीपू सुल्तान से जुड़े किसी भी सेलिब्रेशन का जनता समर्थन नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के हित के लिए सराकर को इसे रोकना चाहिए। टीपू जयंती मनाकर सरकार केवल मुस्लिम समाज को संतुष्ट करना चाहती है। वहीं राज्य सरकार का कहना है कि बीजेपी टीपू जयंती समारोह के मुद्दे पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। कर्नाटक मंत्री डीके शिवकुमार ने कार्यक्रम को सही बताते हुए कहा, टीपू सुल्तान का इतिहास काफी लंबा है।
We are opposing Tipu Jayanti celebration. Nobody will appreciate this celebration. In the interest of the state they (state govt) must stop it. Government's intention behind Tipu Jayanti celebration is just to satisfy Muslim community: BS Yeddyurappa, Karnataka BJP Chief pic.twitter.com/VMAu1pqs9E
— ANI (@ANI) November 8, 2018
अगर हम उनकी जयंती मनाते हैं, तो इसमें मुझे कहीं कोई बुराई नजर नहीं आती। बीजेपी का अपना राजनैतिक अजेंडा है। वो बस हिंदू और अल्पसंख्यकों के बीच मतभेद पैदा करना चाहते हैं। आपको बता दें कि पिछले साल टीपू सुल्तान की जयंती पर कई जगहों पर हिंसा हुई थी। साल 2015 में जयंती मनाए जाने के दौरान झड़प में दो लोगों की मौत भी हो गई थी।