आयुर्वेद की मदद से Covid-19 के खतरे से उबरे ब्रिटिश प्रिंस चार्ल्स? शाही प्रवक्ता ने किया इनकार!
बेंगलुरू। आयुष राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने स्पष्ट किया है कि पिछले माह कोरोना पॉजिटिव पाए गए ब्रिटिश सिंहासन के उत्तराधिकारी प्रिंस चार्ल्स को बीमारी से बाहर निकलने में आयुर्वेद से मदद मिली है। गोवा लोकसभा से सांसद श्रीपद नायक ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया है कि आयुर्वेदिक दवा ने प्रिंस चार्ल्स को कोरोना वायरस से बाहर निकलने में मदद की है।
गौरतलब है प्रिंस चार्ल्स पिछले माह हुए परीक्षण में covid -19 पॉजिटिव पाए गए थे और उनके बीमारी से बाहर निकलने की पुष्टि हो चुकी है, अब उनका कोरोना वायरस परीक्षण निगेटिव होने की सूचना है। हालांकि लंदन में ब्रिटिश शाही के प्रवक्ता ने उक्त दावे का खंडन कर दिया है।
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मामले पर आयुष मंत्री ने बताया कि उन्हें बेंगलुरू में सौक्या आयुर्वेद रिजॉर्ट चलाने वाले डॉ इसाक मथाई का फोन आया था, उन्होंने बताया कि आयुर्वेद और होम्योपैथी के माध्यम से प्रिंस चार्ल्स का उनका इलाज सफल रहा है, "नाइक ने यह बात गुरुवार को गोवा में एक प्रेस कांफ्रेंस में कही थी।
बकौल श्रीपद नाइक, बेंगलुरु से एक टेलीफोन कॉल में आयुर्वेद चिकित्सक इसाक मथाई ने पुष्टि किया है कि ब्रिटिश शाही और उनकी पत्नी उनके "पेसेंट" हैं। यही नहीं, आयुर्वेद रिसॉर्ट की वेबसाइट भी प्रिंस चार्ल्स के एक वीडियो संदेश को अपने लैंडिंग पृष्ठ पर प्रमुखता दिखाती जाती है। हालांकि मथाई ने "रोगी की गोपनीयता" का हवाला देते हुए अब नाइक की टिप्पणी की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया है।
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मथाई ने बताया कि चूंकि प्रिंस चार्ल्स उनके पेसेंट हैं, इसलिए वो किसी भी सार्वजनिक मंच पर उसके बारे में बात नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ महीने पहले प्रिंस चार्ल्स उनके रिजॉर्ज पर रूके थे और वो खुद पिछले महीने लंदन में उनसे मिले थे।
उन्होंने कहा कि इसका खुलासा नहीं कर सकते हैं कि उन्होंने प्रिंस चार्ल्स को कौन सी दवा लेने की सलाह दी थी। मथाई ने बताया कि वायरल बुखार स्थिति के साथ फ्लू जैसे लक्षणों के खिलाफ हजारों रोगियों का इलाज उन्होंने एक जैसी ही दवा से की है, लेकिन उन्होंने अभी तक एक भी घातक covid -19 रोगी का इलाज नहीं किया था।
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उल्लेखनीय है एक मीडिया ग्रुप ने लंदन में प्रिंस चार्ल्स की रिकवरी में बेंगलुरु के एक आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह और योगदान के बारे में प्रिंस ऑफ वेल्स के प्रवक्ता से सवाल किया था, जिसका खंडन करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि यह जानकारी गलत है। प्रवक्ता ने बताया कि प्रिंंस ऑफ वेल्स ने ब्रिटेन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) की चिकित्सा सलाह का पालन किया और इससे अधिक कुछ नहीं।
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