विप्रो कंपनी के कर्मचारियों के खाते में बड़ी सेंधमारी
नई दिल्ली। भारतीय आईटी सर्विस कंपनी विप्रो लिमिटेड ने मंगलवार को एक बयान में कहा है कि उसके कुछ कर्मचारियों का अकाउंट हैक कर लिया गया है। कंपनी ने कहा है कि उसके कर्मचारियों के खाते में आधुनिक फिशिंग के जरिए हैकिंग की गई है, वह इस मामले की जांच कर रहा है और यह जानने की कोशिश कर रहा है कि इसका क्या असर पड़ा है। बेंगलुरू की कंपनी विप्रो की ओर से कहा गया है कि विप्रो के सिस्टम की सुरक्षा में सेंधमारी की गई है, इसके जरिए उसके कुछ क्लाइंट को निशाना बनाया गया है।
कर्ब्सऑन सिक्युरिटी की ओर से कहा गया है कि विप्रो के सिस्टम का इस्तेमाल करके तकरीबन एक दर्जन उपभोक्ताओं पर निशाना बनाया गया है। विप्रो की ओर से इमेल पर दिए गए एक बयान में कहा गया है कि हमने कुछ कर्मचारियों के अकाउंट में असाधारण गतिविधि देखी है, यह गतिविधि कंपनी के नेटवर्क में की गई है। कंपनी की ओर से यह भी कहा गया है कि उसने इस मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र फॉरेंसिक कंपनी की मदद ली है। हालांकि कंपनी की ओर से यह नहीं बताया गया कि कंपनी के किस क्लाइंट को निशाना बनाया गया है।
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बता दें कि विप्रो ने अपनी चौथी तिमाही के नतीजों की घोषित कर दिया है। कंपनी का शुद्ध लाभ 38.4 फीसदी बढ़कर 2493.9 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। जबकि कंपनी की आय में 8.9 फीसदी यानि 15006.3 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई ङै। विप्रो के पूरे 2018-19 वित्तीय वर्ष के लाभ की बात करें तो यह 12.6 फीसदी से बढ़कर 9017.9 करोड़ रुपए हो गया है। जबकि कुल आय 7.5 फीसदी यानि 58584 करोड़ रुपए हो गई है। कंपनी के दूसरे बड़े विरोधी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटड और इंफोसिस लिमिटेड ने इस बात का भरोसा जताया है कि नए वित्त वर्ष में उन्हें बेहतर नतीजे देखने को मिलेंगे क्योंकि चौथे तिमाही में उनकी स्थिति मजबूत हुई है।
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