जनवरी 2020 में गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो होंगे मुख्य अतिथि
ब्रासीलिया। ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो 26 जनवरी 2020 की गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से ब्रिक्स सम्मेलन से अलग समारोह के लिए दिया गया आमंत्रण स्वीकार कर लिया है। ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में इस समय 11वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है और साल 2014 के बाद ब्राजील इस समारोह की मेजबानी कर रहा है।
पीएम मोदी ने की राष्ट्रपति से मुलाकात
बुधवार को पीएम मोदी ने बोलसोनारो से मुलाकात की और उन्होंने इस मीटिंग को फायदेमंद मीटिंग करार दिया। मुलाकात को लेकर पीएमओ की तरफ से एक आधिकारिक बयान भी जारी किया गया। बयान में कहा गया है, 'दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए हैं कि रणनीतिक साझेदारी को और ज्यादा विस्तृत करने की जरूरत है।' मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और ब्राजील व्यापारिक रिश्तों को और बेहतर कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कृषि से जुड़े उपकरणों में भी निवेश बढ़ाने की बात कही है। ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो ने कहा है कि उनके साथ एक बड़ा बिजनेस प्रतिनिधिमंडल भी भारत आएगा। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के उस फैसले का स्वागत भी किया है जिसमें भारतीयों को ब्राजील आने के लिए वीजा में छूट का फैसला किया गया है।
कौन हैं बोलसोनारो
ब्राजील की सेना में कैप्टन रहे जैर बोलसोनारो पिछले वर्ष देश के राष्ट्रपति चुने गए हैं। हालांकि उनकी नियुक्ति पर काफी बवाल भी हुआ था। बोलसोनारो, ब्राजील के एक ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने सैन्य शासन के दौरान सेना की ओर से होने वाली प्रताड़ना को सही करार दिया है और इसका समर्थन किया है। इसके अलावा उन्हें महिला विरोधी, नस्लभेदी और समलैंगिकता विरोधी करार दिए जाते हैं। कुछ लोग राष्ट्रपति को 'ट्रॉपिकल ट्रंप' करार देते हैं यानी बिल्कुल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जैसा। कई वर्षों से ब्राजील की कांग्रेस के सदस्य रहे बोलसोनारो ने 'संविधान, लोकतंत्र और आजादी' की रक्षा के वादे के बीच ही विरोधियों को चेतावनी भी दी थी कि वे अथॉरिटीज को चुनौती देने की कोशिशें न करें। इसके साथ ही उन्होंने ब्राजील में साल 1964 से 1985 तक लागू सैन्य तानाशाही को भी स्वीकृति दे डाली।