जासूसी के आरोप में ब्रम्होस इंजीनियर निशांत अग्रवाल को न्यायिक हिरासत में भेजा गया
नई दिल्ली। ब्रम्होस इंजीनियर निशांत अग्रवाल पर को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, लेकिन उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनके बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। ब्रम्होस एरोस्पेस ने इस बात की पुष्टि की है कि अग्रवाल के व्यक्तिगत कंप्यूटर में कई ऐसी जानकारी सेव थी, जिसके लिए वह अधिकृत नहीं थे। जिसके बाद उन्हें जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है।
निशांत पर आरोप है कि उन्होंने सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रम्होस की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को दी है। उन्होंने मिसाइल की डिजाइन, स्केच रिपोर्ट और तकनीकी जानकारी को पाकिस्तान के साथ साझा किया है। निशांत के तमाम बैंक खातों की यूपी एसआईटी की टीम जांच कर रही है। आपको बता दें कि निशांत को यूपी एटीएस और सैन्य खुफिया की टीम ने 8 अक्टूबर को जासूसी के आरोप में ब्रह्मोस के वर्धा रोड केंद्र से गिरफ्तार किया था। वह ब्रह्मोस मिशन से 2013 से जुड़े थे।
जांच एजेंसी निशांत के लैपटॉप की स्क्रीन रिकॉर्डिंग की जांच कर रही है। जिसमे ब्रम्होस से जुड़ी पीडीएफ फाइल पाई गई थी। जांच एजेंसी इस बात की भी जानकारी हासिल करने में जुटी है कि निशांत ने अबतक कितने दस्तावेज पाकिस्तान को भेजे हैं। निशांत अग्रवाल डीआरडीओ में वैज्ञानिक हैं और वह नागपुर की ब्रम्होस यूनिट में काम कर रहे थे। उन्हें 2017-18 में यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
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