ब्रह्मोस में ISI की घुसपैठ: फेसबुक चैट के जरिए ISI को ऐसे पहुंचाई जा रही थी हमारे डिफेंस की सीक्रेट इन्फॉर्मेशन
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नई दिल्ली। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) के हेडक्वार्टर नागपुर से पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे एक एयरोस्पेस इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया गया। महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने ज्वॉइंट ऑपरेशन के तहत निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया है, जो ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम कर रहा था। एटीएस की टीम निशांत से पूछताछ कर रही है और अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक निशांत फेसबुक पर पाकिस्तान की एक महिला की आईडी से चैट करता था।
निशांत से संवेदनशील सूचनाएं प्राप्त हुई
एटीएस आईजी असीम अरुण ने कहा कि निशांत अग्रवाल से काफी संवेदनशील सूचनाएं प्राप्त हुई है। एटीएस ने कहा कि निशांत किसी महिला से फेसबुक पर चैट भी करता था, जिसका लिंक पाकिस्तान से था। निशांत अग्रवाल पिछले चार साल से डीआरडीओ में कार्यरत था। एटीएस टीम ने पुख्ता सबूत मिलने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को कथित रूप से इन्फॉर्मेशन पहुंचाने का आरोप लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया।
मिश्र से पूछताछ के दौरान निशांत का आया नाम
पिछले कुछ महीनों में कई पाकिस्तानी जासूसों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हनी ट्रैप मामले में नोएडा से बीएसएफ जवान अच्युतानंद मिश्र को गिरफ्तार किया था, जो पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को ऑपरेशन यूनिट डिटैल की जानकारियां दे रहा था। मिश्रा भी फेसबुक पर एक महिला से संपर्क में था। मिश्रा से पूछताछ के दौरान निशांत अग्रवाल के नाम सामने आया। इन्वेस्टिगेशन के दौरान दो और महिलाओं का नाम सामने आया, जांच के बाद पता चला कि अग्रवाल उन महिलाओं से फेसबुक पर संपर्क में है।
दो और जासूसों को पकड़ने की कोशिश
एटीएस के सू्त्रों ने वनइंडिया से बात करते हुए कहा कि निशांत अग्रवाल पिछले दो सालों से उन महिलाओं के संपर्क में था। एटीएस के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि फेसबुक अकाउंट के आईपी एड्रेस पाकिस्तान से थे। इस मामले की जांच लंबी चलने वाली है, क्योंकि दो और संदिग्ध को गिरफ्तार किए जाने की कोशिश जारी है। सूत्रों के मुताबिक, यह एक बहुत बड़ा जाल है, जिसमें कई लोग शामिल है और लंबे समय से पाकिस्तान के लिए जासूसी हो रही थी। एटीएस ने फिलहाल निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। एटीएस ने निशांत का मोबाइल और लेपटॉप को भी जब्त कर लिया है। शुरुआती जांच से अभी तक यही पता चला है कि निशांत ने पैसों के खातिर देश के डिफेंस की सीक्रेट इन्फॉर्मेशन लीक की। 27 वर्षीय निशांत अग्रवाल उत्तराखंड के रुड़की का रहने वाला है।
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