क्रिकेट खेलते समय पड़ा दिल का दौरा, घर पहुंचने के बाद लेटा तो फिर नहीं उठा
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पीजीबीट कॉलेज मैदान में क्रिकेट खेलते समय एक खिलाड़ी को दिल का दौरा पड़ गया। हालत बिगड़ी तो दोस्तों ने उसे कार से घर छोड़ दिया। लेकिन घर पहुंचने के बाद शख्स लेटा तो लेटा ही रह गया। फिर नहीं उठा। शख्स लेटा हुआ था तो घर वालों को लगा आराम कर रहा है लेकिन जब शरीर में कोई हलचल नहीं दिखी तो वो परेशान हो गए। तब तक क्रिकेट खेलकर उसके दोस्त भी घर पहुंच गए। उन्होंने भी देखा कि दोस्त के शरीर में कोई हलचल नहीं है तो वो उसे आनन फानन में जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बिलासपुर की है घटना
यह घटना बिलासपुर के यादव मोहल्ला टिकरापार की है। परिजनों ने घटना की जानकारी न तो पुलिस की दी और न ही पोस्टमार्टम करवाया। मृतक का नाम अभिषेक उर्फ काजू यादव था। काजू के पिता का नाम सीताराम है जो कि रेलवे में क्लर्क हैं। काजू हमेशा की तरह रविवार को अपने दोस्तों के साथ पीजीबीट के पीछे स्थित मैदान में क्रिकेट खेलता था। रविवार को सुबह 9.30 बजे पोहा खाकर अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने गया था। यहां उसकी टीम की पहले बल्लेबाजी थी और उसने बल्लेबाजी करते हुए 50 रनों की शानदार पारी खेली। यहां तक की उसके दोस्तों ने उसके खेल का वीडियो भी बनाया लेकिन शायद उनको नहीं पता था कि आखिरी बार अभिषेक उनके साथ क्रिकेट खेल रहा है।
बॉलिंग के दौरान पड़ा दिल का दौरा
दरअसल काजू की टीम ने 8 ओवर में 109 रन बनाए। जब विपक्षी टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो काजू चौथे ओवर में बॉलिंग के लिए आया। अपने पहले ओवर की तीन गेंद में एक भी रन नहीं दिया। लेकिन चौथी गेंद फेंकने से पहले काजू को चक्कर जैसा महसूस हुआ। वह बैठ गया और फिर पानी मांगा और पीने के बाद सिर में भी डाला। इसके बाद भी काजू को आराम नहीं मिला तो वो दोस्तों से कहा कि मुझे घर छोड़ दो। दोस्त उसे अस्पताल चलने के लिए बोले लेकिन काजू ने मना कर दिया।
आराम करने के लिए लेटा तो फिर नहीं उठा
अंत में दोस्त उसको घर छोड़ दिए। काजू के दोस्तों ने मीडिया को बताया कि शरीर अच्छा होने की वजह से वो बाउंसर का भी कर लेता और अपनी कार भी चलाता था। वहीं चचेरे ससुर संतोष यादव ने मीडिया को बताया कि काजू को पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी इसलिए वो जल्दी थक जाता था। उसकी शादी 2010 में हुई थी और उसका 4 साल का एक बेटा भी है। वहीं सवाल यह भी उठ रहा है कि घटना की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई, क्योंकि स्थानीय पुलिस का कहना है कि उनको इस बारे में अस्पताल से कोई सूचना नहीं मिली, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन वो मौके पर नहीं पहुंची।
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