सीमा विवाद: कोर कमांडरों की बैठक में भारत ने कहा- फिंगर एरिया से पीछे हटे चीनी सेना
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। पूर्वी लद्दाख को लेकर चीन के साथ हो रही वार्ता में भारत ने सिर्फ फिंगर एरिया और अन्य घर्षण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रीत किया हुआ है। गौरतलब है कि चीन कई बार पीछे हटने की बात पर सहमति जता चुका है लेकिन जमीनी स्तर पर वह अभी भी अपनी जगह अड़ा हुआ है। इस बीच रविवार को भी लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और मेजर जनरल लियू लिन सहित भारत और चीन के कोर कमांडरों की एक बैठक हुई। मीटिंग में भारत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के करीब विवादित स्थानों से चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी को पूरी तरह से पीछे हटाए जाने की मांग की।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर पांचवे दौर की कोर कमांडर की बैठक जारी है। क्षेत्र में शांति और स्थिरता बहाल करने के लक्ष्य से अभी तक दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की चार चरण की वार्ता हो चुकी है। न्यूज एजेंसी एएनआई के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि रविवार की बैठक में दोनों देशों के बीच वार्ता केवल अंगुली क्षेत्र से चीनी पक्ष और पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में अन्य घर्षण बिंदुओं द्वारा विघटन पर हो रही है। इस बीच बैठक में देपांग के मैदानी इलाकों को शामिल नहीं किया गया है। सूत्रों ने बताया कि भारत इस बात पर स्पष्ट है कि सेना को पीछे हटाने की प्रक्रिया पहले पूरी होना चाहिए।
चीन
ने
लद्दाख
के
पास
तैनात
किए
परमाणु
बमवर्षक
बता
दें
कि
सीमा
पर
दोनों
देशों
के
बीच
डीएस्केलेशन
प्रौसेस
को
लेकर
बातचीत
का
दौर
जारी
ही
है,
लेकिन
लगता
नहीं
कि
ड्रैगन
आपसी
सहमति
जैसे
मुद्दों
को
लेकर
खास
गंभीर
है।
अब
एक
ओपन
इंटेलिजेंस
सोर्स
Detresfa
की
सैटलाइट
इमेज
जारी
हुई
है,
जिसमें
चीन
का
बहुत
ही
खतरनाक
मंसूबा
नजर
आ
रहा
है।
इन
तस्वीरों
में
देखा
जा
रहा
है
कि
चीन
ने
पूर्वी
लद्दाख
में
एलएसी
के
तनाव
वाले
इलाकों
से
कुछ
सौ
किलोमीटर
की
दूरी
पर
परमाणु
क्षमता
वाले
अपने
बमवर्षक
विमानों
की
बहुत
बड़ी
खेप
तैनात
कर
रखा
है।
अभी
चंद
रोज
ही
हुए
हैं,
जब
चीन
के
बमवर्षक
विमानों
ने
साउथ
चाइना
सी
में
युद्दाभ्यास
के
नाम
पर
बम
गिराने
की
प्रैक्टिस
भी
की
थी।
Recommended Video
यह भी पढ़ें: अमित शाह के बाद यूपी बीजेपी चीफ स्वतंत्र देव सिंह कोरोना पॉजिटिव, होम क्वारंटाइन हुए