ड्रैगन की नई चाल, भारत को बातचीत में उलझा कर LAC पर लगातार सैन्य शक्ति बढ़ा रहा चीन
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की घुसपैठ को रोकने के लिए भारतीय सेना पूरी मुस्तैदी से तैनात है। सोमवार की रात हुए हिंसक झड़प के बाद से दोनों देशों में सैन्य अधिकारी स्तर की बातचीत जारी है। इसी बीच कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास तेजी से सैन्य निर्माण कर रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक एलएसी पर करीब 10,000 चीनी सैनिक भारी भरकम तोपखाने और बख्तरबंद रेजिमेंट के साथ तैनात हैं।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक चीन, भारत के साथ सीमा विवाद पर सैन्य स्तर की बातचीत के साथ-साथ एलएसी पर जोरो-शोरों से सैन्य निर्माण कर रहा है। इतनी ही नहीं चीनी सेना ने फिंगर क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में निर्माण जारी रखा है, जहां उन्होंने अधिक सैन्य शक्ति के साथ खुद को मजबूत किया है। सूत्रों के मुताबिक चीनी सेना ने इन क्षेत्रों में 4 मई, 2020 से पहले ही निर्माणकार्य शुरू कर दिया था। पैंगोंग त्सो झील के आस-पास चीनी सैनिकों ने बड़े बंकर तैयार किए हैं और सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक चीन ने गलवान घाटी में कुछ चीजों का निर्माण कर लिया है। बता दें कि यह वही क्षेत्र है जहां सोमवार की रात भारत और चीनी सैनिकों में हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे वहीं, कई चीनी सैनिकों की भी इस झड़प में जान गई है लेकिन चीन सरकार ने उनकी संख्या का खुलासा करने से इनकार कर दिया है। इस घटना के बाद ही चीन ने वहां कुछ निर्माण किया है। बता दें कि सीमा पर चीन की गतिविधियों को देखते हुए भारत ने भी अपनी सैन्य शक्ति बढ़ा दी है। भारतीय सेना की पोजिशन पीपी-15, पीपी-17 और पीपी 17ए पर भी सैन्य शक्ति बढ़ाई जा रही है।
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