ICICI फ्रॉड मामला: जानिए कितने करोड़ का लगने वाला है चंदा को चूना
नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर को 9.82 करोड़ का चुना लगने वाला है, जो कि उन्हें अप्रैल 2009 से लेकर मार्च 2018 के बीच बैंक के सीईओ के रूप में अपने प्रदर्शन बोनस के तौर पर मिलने वाला था। इसके अलावा, लगभग 57 लाख शेयर (स्टॉक विकल्प) जो कि बैंक ने कोचर को अप्रैल 2009 और मार्च 2018 के बीच दिए थे और जिनका प्रयोग या निपटारा नहीं किया गया था, उन्हें निरस्त किया जा सकता है। वीडियोकॉन समुह से लेन-देन के मामले में फंसी चंदा कोचर उनके पद से बर्खास्त कर दिया था, जिसके बाद अब बैंक ने उनका इस्तीफा भी मांग लिया है।
इंडियन
एक्सप्रेस
की
रिपोर्ट
के
मुताबिक,
पिछले
नौ
वर्षों
में
बैंक
द्वारा
कोचर
को
दिए
गए
स्टॉक
विकल्पों
के
विश्लेषण
से
पता
चलता
है
कि
बैंक
ने
कोचर
को
कुल
94
लाख
शेयर
दिए।
जबकि
आईसीआईसीआई
बैंक
के
पूर्व
सीईओ
ने
134
करोड़
रुपये
के
36.8
लाख
शेयरों
का
इस्तेमाल
किया
है।
वहीं,
बाकि
कुछ
सालों
में
दिए
221
करोड़
रुपये
के
57
लाख
से
अधिक
शेयरों
का
इस्तेमाल
नहीं
किया
गया
है,
जिन्हें
बैंक
निरस्त
कर
सकता
है।
पिछले तीन वर्षों में (FY'16 और FY'18), बैंक ने कोचर को हर साल 15 लाख से अधिक शेयर दिए और पिछले दो वर्षों में (FY'14 और FY15) ने उसे हर साल 14.5 लाख शेयर दिए। सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस बी एन श्रीकृ्ष्णा की जांच के बाद बैंक ने अपना रुख बदलते हुए चंदा कोचर को न इस्तीफा देने के लिए कहा है, बल्कि 2009 के बाद कोचर को दिए गए सभी बोनस को भी वापस लेने का फैसला लिया है।
दरअसल वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत की फर्म को करोड़ों रुपए का लोन देने के मामले में चंदा कोचर पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा था। इस फर्म में दीपक कोचर जोकि चंदा कोचर के पति हैं और उनके दो अन्य रिश्तेदार शामिल थे। फर्म को 3250 करोड़ रुपए का लोन दिया गया था। मार्च 2018 में बैंक ने कहा था कि इस मामले में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है ना ही किसी को फायदा पहुंचाया गया है। बोर्ड को सीईओ और एमडी चंदा कोचर पर पूरा भरोसा है।