पत्रकार जेडे हत्याकांड: बॉम्बे हाई कोर्ट ने बरकरार रखी जिग्ना वोरा की रिहाई
नई दिल्ली। साल 2011 के सबसे चर्चित जेडे हत्याकांड मामले में एकमात्र महिला आरोपी जिग्ना वोरा की रिहाई को बॉम्बे हाई कोर्ट ने बरकरार रखा है। पिछले महीने स्पेशल मकोका कोर्ट ने इस केस में जिग्ना वोरा को सभी आरोपों से बरी कर दिया था। जिग्ना वोरा पर गैंगस्टर छोटा राजन को पत्रकार जेडे की हत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया गया था। जिग्ना वोरा की रिहाई मुंबई पुलिस के लिए झटका मानी जा रही थी।
जिग्ना वोरा को क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने हाई कोर्ट में अपील दायर की थी। इससे पहले स्पेशल मकोका कोर्ट ने कहा था कि जिग्ना वोरा की संलिप्तता साबित नहीं हो पाई है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा था कि जिग्ना वोरा जेडे की पत्रकारिता से नाराज थीं और उनकी सफलता से जलती थी।
शक के कारण छोटा राजन ने कराई हत्या
छोटा राजन ने अपने गुर्गों से कहकर पत्रकार जेडे पर 5 गोलियां चलवाईं, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। छोटा राजन उन दिनों भारत से बाहर था और उसने अपने गैंग के सदस्यों से जेडे की हत्या करवाई थी। मुंबई पुलिस ने जांच के दौरान इस बात का खुलासा किया था कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने शक के कारण जेडे की हत्या करवा दी थी।
राजन को शक था कि जेडे उसके दुश्मन दाऊद इब्राहिम से मिल चुके हैं। छोटा राजन को यह भी लगता था कि दाऊद के इशारे पर ही जेडे उसके खिलाफ खबरें लिखने का काम कर रहे थे। राजन को यह भी शक था कि उसे मरवाने के लिये जेडे डी कंपनी की मदद कर रहे हैं क्योंकि जेडे को लंदन और फिलीपिंस में मिलने के लिए कॉल किया गया था।
छोटा राजन पर जेडे लिख रहे थे किताब
जेडे अंडरवर्ल्ड पर 2 किताबें लिख चुके थे और वह छोटा राजन की जिंदगी पर किताब लिखने की तैयारी कर रहे थे। जीरो डायल जेडे की लिखी हुई किताब है। इसे मिलाकर उन्होंने मुंबई अंडरवर्ल्ड पर 2 किताबें लिखी थीं। जेडे अपनी तीसरी किताब की तैयारी में जुटे थे जो छोटा राजन पर थी। किताब में वह छोटा राजन की जिंदगी के हर पक्ष को पेश करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने कई लोगों से मुलाकात भी की थी और काफी रिसर्च किया था।