सोनू सूद को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत नहीं, अभिनेता पर BMC ने पर लगाया था अवैध निर्माण कराने का आरोप
सोनू सूद को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत नहीं, अभिनेता पर BMC ने पर लगाया था अवैध निर्माण कराने का आरोप
Bollywood Sonu Sood News: बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद पर हाल ही में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने अवैध निर्माण कराने का आरोप लगाया था। इस मामले पर बॉम्बे हाई कोर्ट (Bombay High Court) ने आज गुरुवार (21 जनवरी) को अपना फैसला सुनाया है। बॉम्बे हाई कोर्ट का फैसला सोनू सूद के पक्ष में नहीं है। सोनू सूद को कोर्ट ने कोई भी राहत देने से मना कर दिया है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सोनू सूद की याचिका को खारिज कर दिया है। जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, "बॉल अब BMC के पाले में है।'' सोनू सूद के वकील अमोघ सिंह ने बीएमसी के आदेश से अगर कोर्ट से 10 दिनों का वक्त मांगा था। जिसपर जस्टिस चव्हाण ने कहा, "आपने बहुत देरी कर दी है। आपके पास इसके लिए बहुत ज्यादा वक्त था। कानून उनकी मदद करता है जो मेहनती हैं।''
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जानिए क्या है सोनू सूद पर आरोप और BMC ने क्या कहा है?
असल में बीएमसी ने सोनू सूद पर आरोप लगाया था कि अभिनेता ने अपने एक छह मंजिली रिहायशी इमारत को होटल में तब्दील कर दिया है। सोनू सूद पर आरोप लगाए गए हैं कि अभिनेता ने बिना बृहन्मुंबई नगर निगम की जानकारी और बिनाअनुमति लिए अपने एक छह मंजिला घर को होटल में परिवर्तित किया है। जिसके कारण पुलिस ने सोनू सूद के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।
बीएमसी द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद सोनू सूद ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। सोनू सूद का दावा है कि उन्होंने कोई भी अवैध काम नहीं किया है। उन्होंने ये भी कहा है कि उन्होंने बीएमसी से सभी जरूरी आदेश लिए है। उन्होंने कहा था कि उन्हें सिर्फ महाराष्ट्र कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी (एमसीजेडएमए) की अनुमति का इंतजार है। बीएमसी द्वारा भेजे गए नोटिस के बाद सोनू सूद ने मुंबई में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी मुलाकात की थी।
रिपोर्ट के मुताबिक सोनू सूद ने जून 2018 में बीएमसी के के-वेस्ट वार्ड बिल्डिंग प्रपोजल डिपार्टमेंट को आवेदन दिया था। जिसमें अभिनेता ने उनके आवासीय परिसर को लॉजिंग-कम-बोडिर्ंग सुविधा में बदलने का प्रस्ताव दिया था। बीएमसी ने सितंबर 2018 में प्रस्ताव को वापस लौटा दिया था और सभी मानदंडों का पालन करते हुए एक संशोधित प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा था। बीएमसी का कहना है कि सोनू सूद द्वारा अभी तक ये संशोधित प्रस्ताव पेश नहीं किया गया है।