खुद को मृत दिखाने के लिए बम ब्लास्ट के आरोपी ने स्क्रैप डीलर की कर दी हत्या, अब मिली उम्रकैद की सजा
ठाणे। मुंबई में ब्लास्ट के एक मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद की मौत का झूठा नाटक रचते हुए एक शख्स की हत्या के आरोपी को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। जिला जज एच एम पटवर्धन ने आरोपी सईद मुसद्दिक वहीउद्दीन कादरी उर्फ इमरान अबू मंसूर हसनी (61) पर 5,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया।
इस मामले में सरकारी वकील संजय लोंढे ने बताया कि मुंबई में बम विस्फोट मामले में आरोपी कादरी को ने 15 अगस्त, 2003 को मीरा रोड इलाके में किराए के फ्लैट में रहने वाले एक स्क्रैप डीलर वहाब बंगरावाला की हत्या कर दी थी। उसने ये हत्या इसलिए की ताकि वो अपने ही मौत का झूठा नाटक रच सके। उसने वहाब की धारदार हथियार से बंगरावाला के सिर को अलग कर दिया और वीरार के नाले में फेंक दिया। इसके बाद शरीर के बाकी हिस्सों को जला दिया ताकि लोगों शव की पहचान ठीक से न कर पाए और समझ लें कि कादरी की हत्या कर दी गई।
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स्क्रैप डीलर की हत्या के बाद वह मालेगांव भाग गया और एक कंपाउंडर के रूप में डॉक्टर के साथ काम किया। लेकिन कुछ साल पहले किसी को खबर लगी कि कादरी तो जिंदा है, इसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी और फिर कादरी गिरफ्त में आया। कोर्ट में आरोप सही साबित हुआ और फिर गुरुवार को जिला अदालत ने कादरी को उम्रकैद की सजा और पांच हजार रुपए जुर्बाने की सजा सुनाई है।
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