मृत मां को जगाने वाले बच्चे की मदद को आगे आए शाहरुख खान, Twitter पर कहा- मैं समझता हूं इस दर्द को
नई दिल्ली। तमाम कोशिशों के बावजदू भारत में कोरोना के मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं, मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 24 घंटों के भीतर ही कोरोना वायरस के 8171 नए केस सामने आए हैं, जिसके बाद मरीजों की संख्या बढ़कर 198706 हो गई है। वहीं पिछले 24 घंटों में 204 लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अभी तक 5,598 लोग कोरोना वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
छोटे बच्चे की मदद के लिए आगे आए शाहरुख खान
संकट की इस घड़ी में बहुत सारे फिल्मी सितारे गरीबों की मदद कर रहे हैं, इस लिस्ट में बॉलीवुड के किंग खान यानी कि शाहरुख खान का भी नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है, उनका मीर फाउंडेशन लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रहा है, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक छोटा सा बच्चा अपनी मृत मां को उठाने का प्रयास कर रहा था, वीडियो वायरल होने के बाद किंग खान के मीर फाउंडेशन ने उस बच्चे की मदद करने का फैसला किया है।
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मीर फाउंडेशन ने कहा-हम बच्चे को सपोर्ट करेंगे
मीर फाउंडेशन ने ट्वीट किया, 'मीर फाउंडेशन उन सभी लोगों को धन्यवाद कहता है जिन्होंने हमें इस बच्चे तक पहुंचाने में मदद की। इस वीडियो ने सभी का दिल दहला दिया था। अब हम इस बच्चे को पूरा सपोर्ट करेंगे। फिलहाल वह अपने दादा के साथ है।'
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'मैं जानता हूं कि माता-पिता को खोने का गम कैसा होता है'
शाहरुख ने मीर फाउंडेशन के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, 'आप सभी का शुक्रिया जिन्होंने हमें इस बच्चे तक पहुंचाने में मदद की। मैं समझ सकता हूं कि माता-पिता को खोने का गम कैसा होता है। हमारा प्यार और सपोर्ट तुम्हारे लिए है बच्चे।'
'मां के शव को जगाने की कोशिश कर रहा था बच्चा'
आपको बता दें कि 25 मई को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर मृत महिला और उसके मासूम बच्चे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें ये दावा किया गया है कि भीषण गर्मी में चार दिन से ट्रेन में भूखी महिला की रेलवे स्टेशन पर मौत हो गई, मां के पति के हवाले कहा गया था कि गुजरात से शुरू हुआ 4 दिन के लंबे सफर ने उसकी पत्नी की जान ले ली, उसे कटिहार जाना था, इस मामले को पटना हाईकोर्ट ने भी संज्ञान में लिया है।
पटना हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
कोर्ट ने यह कहा कि वह यह जानना चाहती है कि क्या वह महिला सचमुच अहमदाबाद से आकर कटिहार जा रही थी और भूख से ही वह ट्रेन में मर गई? खंडपीठ ने राज्य सरकार से इस बात की भी जानकारी मांगी है कि क्या उस महिला का पोस्टमार्टम किया गया था? यदि पोस्टमार्टम कराया गया तो उसके मरने का क्या कारण था? क्या वह महिला अपने परिवार के साथ ट्रेन में सफर कर रही थी? यदि यह सब अधिकारियों की लापरवाही से घटना हुई तो बेहद चिंताजनक है, जिसे कोर्ट किसी भी हालत में हल्के तरीके से नहीं लेगा, कोर्ट ने 3 जून तक केंद्र सरकार, राज्य सरकार एवं रेलवे के संबंधित पदाधिकारियों से इस बारे में जवाब मांगा है।