ब्लॉग: सीमन या पीरियड ब्लड, आपके गुब्बारे में क्या भरा था?
मेरे हाथ के नाख़ूनों और सर के बालों से रंग काफ़ी हद तक उतर गया है, पर अख़बार खोला तो होली की एक बदरंग ख़बर फिर मिल गई.
इंडियन एक्सप्रेस में छपा था कि दिल्ली पुलिस ने एक 21 साल के आदमी को कथित तौर पर 'सीमन' से भरा गुब्बारा फेंकने के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
मेरे हाथ के नाख़ूनों और सर के बालों से रंग काफ़ी हद तक उतर गया है, पर अख़बार खोला तो होली की एक बदरंग ख़बर फिर मिल गई.
इंडियन एक्सप्रेस में छपा था कि दिल्ली पुलिस ने एक 21 साल के आदमी को कथित तौर पर 'सीमन' से भरा गुब्बारा फेंकने के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
ख़बर के मुताबिक, गुब्बारे में क्या था ये साबित होना बाक़ी है और उसे जांच के लिए 'सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैब्रटॉरी' यानी सीएफ़एसएल भेज दिया गया है.
जब पहली बार ख़बर आई कि दिल्ली के जानेमाने 'लेडी श्री राम' कॉलेज की एक लड़की पर 'सीमन' से भरा गुब्बारा फेंका गया है तो बड़ी घिन आई थी.
पर होली आते-आते ये एक मज़ाक बन गया था. होली के दिन लोग एक-दूसरे से पूछ रहे थे, "गुब्बारा मारने से पहले बता दो भई तुम्हारे गुब्बारे में क्या भरा है?"
सोशल मीडिया पर बहस
दरअसल, सोशल मीडिया में 'सीमन से भरे गुब्बारे' की ख़ूब विवेचना हुई थी.
एक डॉक्टर ने ट्विटर पर लिखा कि ये आरोप 'बकवास है' क्योंकि सीमन बाहरी हवा के संपर्क में आते ही 'सॉलिड' में तब्दील हो जाता है और पानी से मिलाया जाए तो जम कर ख़त्म हो जाता है.
हालांकि, सर्च इंजन गूगल से पूछें कि सीमन पानी से मिलाया जाए तो क्या होता है, तो कुछ लेख बताते हैं कि सीमन पानी में मिलाया जाए तो गाढ़ा हो कर 'लिक्विड' फॉर्म में रह सकता है.
बहुत पुष्ट जानकारी नहीं मिलती क्योंकि इस पर गहन शोध की ज़रूरत होली की इस कथित घटना से पहले शायद न आई हो.
'पीरियड ब्लड' से भरा गुब्बारा
पर इतना ही काफ़ी नहीं था जब दिल्ली विश्वविद्यालय की लड़कियां 'सीमन' से भरे गुब्बारे के विरोध में सड़कों पर आईं तो 'पीरीयड ब्लड' से भरे गुब्बारे के आरोप के साथ कुछ लड़के फ़ेसबुक पर बोले.
एक पोस्ट में एक लड़के ने लिखा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के पास कुछ लड़कियों ने उनकी पीठ पर गुब्बारा फेंका जिससे टी-शर्ट लाल रंग से भर गई.
उनका आरोप है कि ये लाल रंग नहीं 'पीरियड ब्लड' से भरा गुब्बारा था. इसपर सैंकड़ों कॉमेंट आए और इसे ख़ूब शेयर किया गया.
कई लड़कियों ने कहा कि 'पीरियड ब्लड' को इकट्ठा कर गुब्बारे में भरना मुमकिन नहीं और इसके लिए कई महीनों से 'पीरियड ब्लड' जमा करना पड़ेगा.
पलटकर लड़कों ने कहा गुब्बारा भरने लायक सीमन जुटाने में भी कई दिन लग जाएंगे.
अपुष्ट ख़बरें और आधी-अधूरी जानकारी
मुद्दा और पेचीदा तब हो गया जब ये ख़बर आई कि 'लेडी श्री राम' कॉलेज की लड़कियों पर गुब्बारा फेंकनेवाला व्यक्ति लड़का नहीं बल्कि एक लड़की थी जिसने माफ़ी भी मांग ली है!
थोड़ी पड़ताल पर पता चला कि माफ़ी मांगने वाला किस्सा कोई और था और उस लड़की ने पानी से भरा गुब्बारा फेंका था, 'सीमन' वाला नहीं.
अपुष्ट ख़बरों और आधी-अधूरी विज्ञान की जानकारी पर पलती-बढ़ती इस बहस ने कब मज़ाक का रंग ले लिया पता ही नहीं चला.
भद्दी टिप्पणियां होने लगीं और सीमन से होली खेलने के मर्दानगी पर असर के बारे में कुछ चुटकुले व्हॉट्सऐप पर बंटने लगे.
उधर, सड़कों पर गुब्बारे पड़ने जारी रहे. लड़के भी फेंक रहे थे, लड़कियां भी.
मसला सहमति का है
बस अब जब गुब्बारा पड़ता तो उसकी छींटों को और क़रीब से देख रही थी मैं. रंग, खुशबू और बदबू सभी का आकलन कर रही थी.
शायद मर्द भी कर रहे हों. गुब्बारे में क्या है ये जानेंगे तो तय करेंगे कि कितना गुस्सा या घिन आनी चाहिए.
फिर होली से ठीक पहले मैं रिक्शा पर जा रही थी और दो लड़के स्कूटर चलाते हुए आए. पीछे बैठे लड़के ने ज़ोर से अपना हाथ मेरी छाती पर मारा.
हाथ में गुब्बारा था जो फूट गया. मेरी कमीज़ भीग गई और ज़ोर से पड़े उसके हाथ से दर्द भी हुआ. लड़कों ने सीटी बजाई और हंसते हुए स्कूटर को रेस दी और भाग गए.
इस व़क्त बुरा लगा...
गुब्बारे में सिर्फ़ पानी था पर ऐसा लगा कि कोई मुझपर कीचड़ फेंक कर मेरे बदन की खुशबू को बदरंग कर गया हो.
एक झटके में पिछले दिनों की सारी उधेड़बुन सुलझ गई.
साफ़ हो गया कि मेरे गुस्से और असहज महसूस करने का गुब्बारे में 'सीमन' होने या 'पीरियड ब्ल्ड' होने से कोई लेना-देना नहीं था.
मुझे होली पसंद है पर इस व़क्त बुरा लगा क्योंकि किसी ने मुझसे रंग और पानी का ये त्योहार तब खेला जब मुझे उस शख़्स के साथ और उस व़क्त ये खेल नहीं खेलना था.
इसमें मेरी सहमति नहीं थी. बस, इतनी सी बात थी. मेरी सहमति का न होना.
होली में गुब्बारे मारने हैं या नहीं, इसके लिए गुब्बारों में 'सीमन' या 'पीरियड ब्लड' होने तक के स्तर तक गिरने की ज़रूरत नहीं थी.
सामनेवाले को नहीं खेलना तो होली पर भी बुरा माना जा सकता है. फिर आपके गुब्बारे में चाहे जो भरा हो.