मैं तेजस्वी नहीं, मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं- बीके हरिप्रसाद
नई दिल्ली- बेंगलुरु दक्षिण से कांग्रेस उम्मीदवार और पार्टी के बड़े नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा है कि उनकी लड़ाई मोदी और उनकी पार्टी से है, क्योंकि उनके अलावा बीजेपी के पास कोई चेहरा ही नहीं है। गौरतलब है कि बीजेपी ने इस सीट पर उनके मुकाबले चर्चित एवं युवा चेहरे तेजस्वी सूर्या को टिकट दिया है।
बीके हरिप्रसाद के मुताबिक, "मैं मोदी और उनकी पार्टी के खिलाफ लड़ रहा हूं, क्योंकि बीजेपी के पास और कोई चेहरा नहीं है। बीजेपी के हर उम्मीदवार कहते हैं कि ये उनका चुनाव नहीं है, यह मोदी का चुनाव है। इसलिए मैं मोदी से लड़ रहा हूं, बीजेपी से लड़ रहा हूं। "
यह सीट 1991 से ही बीजेपी की गढ़ रही है और यहां से पिछली बार बीजेपी के पूर्व नेता अनंत कुमार जीते थे, जिनके कुछ महीने पहले निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। हरिप्रसाद को भरोसा है कि भले ही उन्हें बाहरी कहा जा रहा हो, लेकिन सूर्या के खिलाफ कथित असंतोष और जेडीएस से गठबंधन के दम पर वे चुनाव जरूर जीतेंगे। जब उनसे पूछा गया कि बीजेपी के इस गढ़ में उतारकर कहीं उनकी पार्टी ने उन्हें 'बलि का बकरा' तो नहीं बनाया है, इसपर वे जवाब देते हैं, "जो लोग बेंगलुरु को नहीं जानते वे बेगलुरु साऊथ को बीजेपी का गढ़ बताते हैं। पहले, शहरी विकास मंत्री अनंत कुमार थे। वे कॉर्पोरेशन चुनाव में सिर्फ 5 सीटें जीते थे। देवगौड़ा जी ने 6 सीटें और हमने 56 सीटें जीती थी। इसलिए जो लोगों बेंगलुरु को नहीं जानते, वही ऐसा बोलते हैं। "
वे ये भी कहते हैं कि वो बाहरी नहीं हैं और यहीं पैदा हुए और यहीं पर पले-बढ़े। बेंगलुरु में उन्हें लोग अच्छी तरह जानते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वे मोदी के खिलाफ 2002 के बाद से ही लड़ रहे हैं। उन्होंने इस चर्चा पर भी हामी भरी कि क्या मोदी के इस सीट से चुनाव लड़ने के चलते पार्टी ने यहां से उन्हें टिकट दिया था।
गौरतलब है कि ये सीट 28 वर्षों से बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। अनंत कुमार यहां से 6 बार लोकसभा का चुनाव जीते थे।
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