कांग्रेस की मार्क जुकरबर्ग को चिट्ठी पर भाजपा का पलटवार- पीएम को डंडे से मारने की बात कहना नहीं था क्या हेटस्पीच?
नई दिल्ली। कांग्रेस की ओर फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग को चिट्ठी लिखे जाने पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से कहा है कि हेटस्पीच तो कांग्रेस के ही नेता देते हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि सोनिया गांधी ने अपनी सभाओं में आरपार की लड़ाई जैसी बात कही। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को युवा डंडे से मारेंगे जैसे जुमले कहे। ये हेटस्पीच नहीं तो और क्या है। कांग्रेस ने फेसबुक के भाजपा नेताओं की हेटस्पीच को नजरअंदाज करने से जुड़ी एक रिपोर्ट को लेकर जुकरबर्ग को चिट्ठी लिखी है। जिस पर रविशंकर प्रसाद का जवाब आया है।
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पीएम केयर्स फंड पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रविशंकर प्रसाद
पीएम केयर्स फंड को लेकर याचिका सुप्रीम कोर्ट में खारिज होने के फैसले पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में पीएम केयर्स फंड से अब 3,100 करोड़ रुपये दिए गए हैं। जिसमें 2000 करोड़ सिर्फ वेंटिलेटर के लिए दिए गए हैं और 50,000 वेंटिलेटर पीएम केयर्स फंड द्वारा दिए गए पैसे से उपलब्ध कराए गए हैं। हमारी सरकार के 6 साल पूरे हो गए हैं और हम बहुत गर्व के साथ कहना चाहते हैं कि हमारी सरकार ईमानदारी से काम करती है। अब तक तथ्यों के साथ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप लगाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई है।
राहुल ने देश की एकता को तोड़ने की कोशिश की
रविशंकर प्रसाद ने कहा, भारत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में कोरोना से जंग लड़ी है। आज भारत का रिकवरी रेट 70 फीसदी से ज्यादा है। मृत्यु दर भी वैश्विक मृत्यु दर की तुलना में काफी कम है। राहुल गांधी ने पहले दिन से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश की एकता को तोड़ने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश के डॉक्टर-नर्सेस, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी जैसे कोरोना वॉरियर्स के सम्मान में ताली बजाएं, इसका भी राहुल गांधी ने मजाक बनाया। जब लॉकडाउन लगाया गया तब राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन से क्या होगा? राहुल गांधी की बात उनकी राजस्थान और पंजाब सरकार भी नहीं सुनती थी वहां लॉकडाउन पहले की कर दिया गया था।
राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर भी सवाल
रविशंकर प्रसाद ने राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर एक बार फिर सवाल उठाते हुए कहा कि ये एक फैमिली फाउंडेशन था। आपको मालूम है कि उसे चीन से भी मदद मिली थी। उस फाउंडेशन की रिपोर्ट में भारत के बाजार को चीनी उत्पाद के लिए खोलने की बात भी कही गई थी। इस पर कई सवाल हैं लेकिन राहुल गांधी इस पर कुछ नहीं बोलते हैं।
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