बिहार बीजेपी में किसने उठाई गिरिराज सिंह को मुख्यमंत्री बनाने की मांग?
नई दिल्ली- बिहार में सत्ताधारी बीजेपी-जेडीयू गठबंधन के बीच एक नया विवाद खड़ा हो सकता है। सबसे बड़ी बात है कि इस विवाद के पीछे भी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का ही नाम है। रविवार को जब गिरिराज सिंह चुनाव जीतने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र बिहार के बेगूसराय पहुंचे, तो वहां हुई नारेबाजी के चलते पटना से लेकर दिल्ली तक के भाजपा और जेडीयू नेताओं के कान खड़े हो गए होंगे।
'अगला मुख्यमंत्री कैसा हो, गिरिराज सिंह जैसा हो'
बेगूसराय में अपने नए सांसद का स्वागत करने के लिए मौजूद उनके सैकड़ों समर्थकों ने 'ऐसा ही हो सीएम हमारा' और 'अगला मुख्यमंत्री कैसा हो, गिरिराज सिंह जैसा हो' के नारे लगाए हैं। भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने बेगूसराय में बताया कि, "पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक उन्हें (गिरिराज सिंह) बिहार का अगला मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं।"
गठबंधन में शुरू हो सकता है नया विवाद
जाहिर है कि बेगूसराय में हुई गिरिराज के समर्थन में नारेबाजी का असर बिहार के सत्ताधारी गठबंधन के संबंधों पर भी पड़ सकता है। बिहार में एनडीए के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार हैं। ऐसे में बीजेपी की ओर से अगर गिरिराज सिंह को सीएम बनाने की मांग उठेगी, तो जेडीयू से उसके ताल्लुकात और भी बिगड़ सकते हैं। गौरतलब है कि इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के शामिल होने की तस्वीरों के साथ ट्वीटर पर गिरिराज सिंह ने जो टिप्पणी की थी, उसको लेकर अभी भी जेडीयू खेमें में गहरी नराजगी है और वो गिरिराज के खिलाफ बीजेपी से कार्रवाई चाहते हैं। ऐसे में यह नया विवाद एनडीए की दरार को और चौड़ी कर सकता है।
विवादों के कारण सुर्खियों में रहते हैं गिरिराज
लोकसभा चुनाव की शुरुआत से ही गिरिराज सिंह पार्टी लीडरशिप के लिए टेंशन की वजह रहे हैं। पहले उन्होंने नवादा से बेगूसराय सीट बदले जाने पर अपनी नाराजगी सार्वजनिक करके पार्टी की भारी फजीहत कराई। बाद में अमित शाह की डांट के बाद वे चुपचाप बेगूसराय लड़ने पहुंचे और उन्होंने बहुत भारी बहुत से सीपीआई के कन्हैया कुमार को हराया। इस बड़ी जीत को देखते हुए ही प्रधानमंत्री मोदी ने उनका राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री के रूप में प्रमोशन भी कर दिया। लेकिन, फिर इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के पहुंचने पर तंज कसकर उन्होंने पहले से ही मुश्किलों में चल रहे गठबंधन को और असहज कर दिया था। इस विवाद में भी अमित शाह को कूदना पड़ा था और उन्होंने गिरिराज को ऐसा नहीं करने की नसीहत दी थी। अब उनके समर्थकों ने जो कुछ शुरू किया है, उससे जेडीयू ही नहीं, बिहार बीजेपी में भी खलबली मचने का खतरा है।
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