किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए गोरखपुर से बीजेपी कार्यकर्ता ने पार्टी से दिया इस्तीफा
गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद गाजीपुर (दिल्ली-यूपी) बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ। आपको बता दें कि गोरखपुर सीएम योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है। गोरखपुर के रहने वाले प्रबल प्रताप शाही ने बताया कि वो केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में चार दिन पहले भाजपा छोड़ दी। उल्लेखनीय है कि इन कानूनों को अब सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया है।
गाजीपुर बॉर्डर विरोध स्थल पर इंडिया टुडे के साथ बातचीत करते हुए, प्रबल प्रताप शाही ने केंद्र सरकार पर कॉरपोरेट्स के साथ सांठगांठ करने और किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। शाही ने कहा कि मेरे पूर्वजों ने स्वतंत्रता का दावा करने के लिए अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। भारत पर ब्रिटिश राज कंपनी का शासन था। आज, सरकार फिर से किसानों के हितों की अनदेखी करने वाली निजी कंपनियों का पक्ष ले रही है। किसानों को इस हड्डी कंपा देने वाली ठंड में एक महीने से अधिक समय तक आंदोलन करते हुए देखने के बाद मैंने पार्टी छोड़ने और किसानों के आंदोलन में शामिल होने का फैसला किया।
प्रबल प्रताप शाही ने कहा कि वह भाजपा के एक सक्रिय सदस्य थे और अपने गृहनगर में स्वच्छ भारत मिशन में बड़े पैमाने पर काम किया लेकिन किसानों के आंदोलन पर पार्टी के रुख ने उन्हें परेशान किया। यही कारण है कि उन्होंने 9 जनवरी को अपने फैसले को संप्रेषित करने के लिए राज्य पार्टी अध्यक्ष को एक पत्र लिखकर भाजपा छोड़ने का फैसला किया। प्रबल प्रताप शाही ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि सरकार को देश के किसानों में विश्वास बहाल करने के लिए सभी तीन नए कृषि बिलों को निरस्त करना चाहिए।"