सोनिया के खिलाफ 2014 में चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता बोले- निष्पक्ष तरीके से चुनाव होने पर पार्टी को मिलेंगी 40 सीटें
नई दिल्ली: बीजेपी के नेता और सुप्रीम कोर्ट में वकील अजय अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंन चिट्ठी में पीएम मोदी पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया है। उन्होंने चिट्ठी में गुजरात चुनाव को लेकर दावा किया है कि उनके मणिशंकर पर किए गए खुलासे की वजह से पार्टी को गुजरात में जीत मिली। उन्होंने कहा कि अगर मणिशंकर के घर पाकिस्तानी अधिकारियों की मीटिग का खुलासा ना करता तो पार्टी ये चुनाव ज़रूर हारती। उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर दावा किया कि अगर देश में निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपंन्न हुए तो भारतीय जनता पार्टी 40 सीटों पर सिमट जाएगी। गौरतलब है कि अजय अग्रवाल ने साल 2014 में सोनिया गांधी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
'बीजेपी 40 सीटों पर सिमट जाएगी'
पीएम मोदी को लिखे लैटर में अजय अग्रवाल ने लिखा कि आप लोग कह रहे हैं कि चुनाव में आपको 400 सीटें मिलेंगी, लेकिन अगर देश में निष्पक्ष तरीके से चुनाव होंगे तो बीजेपी देश में सिर्फ 40 सीटों पर सिमट जाएगी। उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि आप इसके लिए तैयार रहें ताकि कोई मानसिक आघात ना हो। उन्होंने कहा कि मैं पीएम मोदी को 28 सालों से जानता हूं औप हमने बीजेपी के अशोका रोड वाले ऑफिस में सैकड़ों बार साथ खाना खाया है। इसके बावजूद मेरे साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है।
'सोनिया के खिलाफ लड़कर पार्टी की प्रतिष्ठा बढ़ाई'
अजय अग्रवाल ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में ये भी कहा कि मैंने रायबरेली सीट के इतिहास में पहली बार बीजेपी को सबसे ज्यादा 1,73,721 वोट दिलाए। मैंने गांधी परिवार के इस गढ़ में पार्टी की प्रतिष्ठा को बढ़ाया। साल 2014 से पहले बीजेपी उम्मीदवार को बहुत कम वोट मिलते थे। उन्होंने उदाहरण देते हुए लिखा कि साल 2004 में बीजेपी के उम्मीदवार गिरिश चंद्र पांडे को 31,290 वोट मिले थे। जबकि साल 2006 में रायबरेली लोकसभा सीट में हुए उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार विनय कटियार को 19,657 वोट मिले थे। वहीं 2009 में पार्टी के उम्मीदवार आरबी सिंह को मात्र 25,444 वोट मिले थे। इस बार मेरा टिकट काटकर दागी छवि के व्यक्ति को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। मैं दावा करता हूं कि बीजेपी उम्मीदवार को 50 हजार से ज्यादा वोट नहीं मिलेंगे।
'मैं खुलासा ना करता तो गुजरात में हारती बीजेपी'
अजय अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एहसानफरोशी का आरोप लगाते हुए रहा कि अगर मैंने गुजरात विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर के जंगपुरा स्थित निवास पर छह दिसंबर 2018 को पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मीटिंग के बारे में खुलासा ना किया होता तो पार्टी निश्चित तौर पर ये चुनाव हार जाती। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बाद में गुजरात चुनाव के प्रचार के दौरान इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ा था। उन्होंने अपने भाषणों में इसका जिक्र किया था। इसके बाद बीजेपी नजदीकी लड़ाई में चुनाव जीतने में सफल रही थी। उन्होंने दावा कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के उच्च नेता ने भी माना था कि गुजरात चुनाव जीताने में मेरी बड़ी भूमिका थी। उन्होंने आरएसएस के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होशबोले के साथ फोन पर हुई कथित बातचीत का एक ऑडियो भी जारी किया है। इस टेप में दत्तात्रेय कथित तौर पर रह रहे हैं कि उस खुलासे (पाक उच्चायुक्त के साथ मनमोहन सिंह की मीटिंग) ने भाजपा को गुजरात में चुनाव जीता दिया।
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'चुनाव जीतने के लिए आडवाणी की राजनीतिक बलि ली गई'
अजय अग्रवाल ने ये भी आरोप लगाया कि गुजरात चुनाव जीतने के लिए पार्टी के संस्थापक सदस्य और सीनियर नेता लालकृष्ण आडवाणी की बलि ले ली गई। पूरा देश चाहता था कि आडवाणी देश के अगले राष्ट्रपति बने, लेकिन जब पार्टी को गुजरात विधानसभा चुनाव में हार के संकेत मिलने लगे, तब कांग्रेस के परंपरागत वोट बैंक माने जाने वाले कोली समाज को अपने पक्ष में करने के लिए रामनाथ कोविंद जी को राष्ट्रपति बनाया गया। उन्होंने ये भी दावा किया कि बीजेपी के तीन वरिष्ठ अधिकारियों ने मुझे सरकार बनाने में पार्टी की मदद करने के लिए कोसा था। उन्होंने मुझसे कहा था गुजरात में इनकी सरकार बनवाने में मदद करने की गलती क्यों की, पूरी बीजेपी इंतजार कर रही थी कि पीएम मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुजरात में चुनाव हारें,ताकि इनका अहंकार टूटे।
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