बिहार में BJP का फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा क्या चुनावी नियमों का है उल्लंघन, चुनाव आयोग ने कही ये बात
बिहार में BJP का फ्री कोरोना वैक्सीन का वादा क्या चुनावी नियमों का है उल्लंघन, चुनाव आयोग ने कही ये बात
नई दिल्ली: Bihar Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा मुफ्त में कोरोना वायरस का वैक्सीन देने का वादा (free Covid-19 vaccine) करना चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है। ऐसा चुनाव आयोग ( Election Commission) ने कहा है। बीजेपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र (Election manifesto) में वादा किया है कि अगर बिहार में एनडीए (NDA) की सरकार बनती है तो वह बिहारवासियों को फ्री कोरोना वैक्सीन देंगे। इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की गई थी। अब चुनाव आयोग (EC) ने स्पष्ट कर दिया है बिहार के लोगों को फ्री में वैक्सीन देने का वादा करना चुनाव आचार संहिता (Code of Conduct) का उल्लंघन नहीं है।
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RTI कार्यकर्ता साकेत गोखले ने की थी चुनाव आयोग से शिकायत
चुनाव आयोग बीजेपी ने वैक्सीन वाले चुनावी वादे की शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता साकेत गोखले ( RTI activist Saket Gokhale) ने की थी। गोखले ने अपनी शिकायत में कहा था, इस तरह की घोषणा केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग है। चुनाव के आखिरी में इस तरह की घोषणा करना मतदाताओं को गुमराह कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वैक्सीन का वादा ऐसे वक्त में किया गया है, जब वैक्सीन के आने और भारत में उपलब्ध होने की कोई अधिकारिक जानकारी नहीं है। चुनाव आयोग ने साकेत गोखले को जवाब देते हुए ही स्पष्ट किया है।
चुनाव आयोग ने कहा- फ्री वैक्सीन का वादा आचार संहिता का उल्लंघन नहीं
चुनाव आयोग ने बीजेपी के फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे को आचार संहिता का उल्लंघन नहीं माना है। चुनाव आयोग ने ऐसा ही पक्ष पिछले साल 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस की NYAY योजना के खिलाफ प्राप्त शिकायत पर दिया था। NYAY योजना में 25 करोड़ लोगों के लिए प्रति माह न्यूनतम आय 6,000 रुपये या प्रति वर्ष 72,000 रुपये का वादा किया गया था।
28 अक्टूबर को दिए गए जवाब में चुनाव आयोग ने साकेत गोखले को लिखा, ''आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct (MCC) के तीन प्रावधान हैं, राज्य के चुनावी घोषणापत्र में संविधान में बदलाव के लिए कुछ भी शामिल नहीं होना चाहिए, वैसे वादे करने से बचना चाहिए जो चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता को भंग करते हैं या मतदाता पर अनुचित प्रभाव डालते हैं। तीसरा, वादों के पीछे तर्क को प्रतिबिंबित करना चाहिए। जब हम इन तीनों मापदंड को देखते हैं तो इसके मद्देनजर, आदर्श आचार संहिता के किसी भी प्रावधान का कोई उल्लंघन तत्काल मामले (फ्री वैक्सीन) में नहीं देखा गया है। घोषणापत्र हमेशा एक विशिष्ट चुनाव के लिए जारी किए जाते हैं।
फ्री कोरोना वैक्सीन पर विपक्ष ने BJP को घेरा
बीजेपी के कोरोना वैक्सीन को लेकर किए गए चुनावी वादे पर आरजेडी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि ऐसे वादे कर बीजेपी जनता को भ्रमित करने का काम कर रही है। हालांकि अब चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर किए गए चुनावी वादे से आदर्श आचार संहिता के किसी भी प्रावधान का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।