न्यौते पर कांग्रेस ने उठाया सवाल, कहा आतंक और आमंत्रण नहीं चल सकते साथ-साथ
हमले की कमान कांग्रेस की ओर से पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संभाली। मोदी द्वारा नवाज शरीफ को भेजे गए न्यौते पर सवाल खड़ा करे हुए मोदी ने भारतीय जनता पार्टी को याद दिलाया कि वह शरीफ को कैसे न्यौता दे रही है। जबकि पार्टी मनमोहन सिंह सरकार के दौरान कहा करती थी कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती।
तिवारी ने कहा है कि भाजपा कहा करती थी कि आतंक और वार्ता साथ-साथ कैसे चल सकती है। मैं अब पूछना चाहता हूं कि आतंक और आमंत्रण साथ-साथ चल सकता है क्या? जहां कांग्रेस मोदी के आ मंत्रण का विरोध कर रही है तो वहीं यूपीए के घटक दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के तारिक अनवर ने शरीफ को बुलाने के कदम का स्वागत तो किया लेकिन उन्होंने कहा है कि अगर यही काम हमने किया होता तो भाजपा ने खुलकर विरोध किया होता।
विरोधियों के हमले का जवाब देने के लिए भाजपा के प्रकाश जावडेकर ने पार्टी के कदम को जायज ठहराने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के रुख का सहारा लिया। उन्होंने कहा है कि अटल जी ने कहा था कि आप अपने दोस्त चुन सकते हैं। लेकिन अपने पड़ोसी नहीं चुन सकते। अटल की तरह मोदी भी इसी नियम का पालन कर रहे है।