कर्नाटक: फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा का सदन से वॉकआउट
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा में जेडीएस के बहुमत परीक्षण से पहले ही भाजपा के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा ने विश्वासमत का प्रस्ताव रखा, फ्लोर टेस्ट से पहले ही बीजेपी विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। वॉकआउट से पहले बीएस येदुरप्पा ने जेडीएस और कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला और उनको वक्त के साथ रंग बदलने वाला बताया। येदुरप्पा ने विधायकों से कहा कि आप कुमारस्वामी के डूबते हुए जहाज में हैं, उन्होंने कहा कि मुझे विधायकों ने समर्थन नहीं दिया, वो भ्रष्ट बार-बेटे के साथ रहना चाहते हैं तो रहें। इसके बाद भाजपा के विधायक शर्म करो के नारे लगाते हुए सदन से चले गए।
येदुरप्पा ने कुमारस्वामी के दो दिन के भीतर किसानों के कर्जमाफ ना करने पर 28 मई को प्रदेश बंद करने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जमाफी ना होने पर भाजपा 28 मई को प्रदेश बंद करेगी। विधानसभा के बाहर भाजपा नेता आर अशोक ने कहा कि किसानों की कर्जमाफी के मसले पर हमने वाकआउट किया है। इससे पहले विश्वासमत पेश करते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि काफी सोच-समझकर उन्होंने गठबंधन सरकार बनाई है और ये सरकार सफल रहेगी, ऐसी उनकी उम्मीद है।
कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के लिए भाजपा के सुरेश कुमार के नाम वापस ले लेने पर बीएस येदुरप्पा ने कहा कि विधानसभा स्पीकर के पद की गरिमा के लिए ये बेहतर नहीं होता कि इसके लिए खींचतान हो, स्पीकर सर्वसम्मति से चुना जाए इसके लिए ही भाजपा ने पद से नाम वापस ले लिया। येदुरप्पा ने कहा कि उनकी पार्टी स्पीकर पोस्ट के लिए चुनाव के हक में नहीं थी इसलिए ये फैसला किया गया। कर्नाटक विधानसभा स्पीकर के लिए गुरुवार को कांग्रेस के साथ भाजपा की ओर से भी नामांकन किया गया था। शुक्रवार के सुरेश कुमार ने नाम वापस ले लिया जिसके बाद कांग्रेस के केआर रमेश कुमार को निर्विरोध स्पीकर चुन लिया गया।
स्पीकर पद की गरिमा को देखते हुए भाजपा ने नाम वापस लिया: येदुरप्पा