महाराष्ट्र में गठबंधन के करीब शिवसेना-बीजेपी, दोनों दलों के बीच बातचीत जारी
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना लोकसभा चुनावों मे गठबंधन कर मैदान में उतर सकती हैं। पिछले कई महीने से दोनों दलों के बीच काफी बयानबाजी हुई है और कई बार ऐसा लगा कि शिवसेना बीजेपी से अलग हो सकती है। दोनों दलों में जारी बयानबाजी के बीच अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की शिवसेना को साथ लेकर आगे बढ़ने की कोशिश कामयाब होती दिखाई दे रही है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी और शिवसेना गठबंधन के काफी करीब हैं और इसको लेकर ऐलान जल्द ही हो सकता है।
दोनों दलों के बीच कभी भी गठबंधन का ऐलान हो सकता है- बीजेपी मंत्री
बीजेपी के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शिवसेना-बीजेपी के बीच रोज बैठक हो रही है। उन्होंने कहा कि इन दोनों दलों के बीच कभी भी गठबंधन का ऐलान हो सकता है। खबर के मुताबिक, बीजेपी के सामने शिवसेना ने शर्त रखी है कि बराबर का बंटवारा किया जाए। वहीं, ये भी खबर आई है कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने महाराष्ट्र के नेताओं को संदेश दिया है कि राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ नहीं होंगे। सूत्रों के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया है कि कार्यकर्ता किसी भ्रम में ना रहें। हालांकि ये कहा जा रहा है कि शिवसेना लोकसभा-विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाने के पक्ष में है।
शिवसेना ने रखी है कुछ शर्तें- सूत्र
महाराष्ट्र बीजेपी के एक नेता ने इसकी पुष्टि की है। वहीं, खबर आ रही है कि गठबंधन के लिए शिवसेना ने बीजेपी के सामने अपनी कुछ शर्तें रखी हैं। सूत्रों के अनुसार, लोकसभा के लिए 2014 के बंटवारे को ही यथावत रखने का प्रस्ताव दिया गया है। जबकि बीजेपी के सामने शिवसेना ने शर्त रखी है कि पालघर की सीट उसे दी जाए।
शिवसेना सांसद संजय राउत क्या कहते हैं?
हालांकि शिवसेना के सांसद संजय राउत से जब गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गठबंधन की चर्चा के बारे में कुछ मालूम नहीं है। उन्होंने कहा कि शिवसेना सेहरा बांधकर किसी के प्रस्ताव का इंतजार नहीं कर रही है। हम तो कब का अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं और पार्टी इसकी तैयारी में लगी है।