पोटली में हरियाणा, महाराष्ट्र में साथी की तलाश, गडकरी बनेंगे BJP के दूत?
मुंबई। अगर नतीजों और रझानों पर गौर किया जाए तो भाजपा ने जाटों का परिवारवाद हटाकर बड़ी आसानी से हरियाणा पर क्लीन स्वीप मार ली है। निश्चित तौर पर भाजपा हरियाणा के कीचड़ में कमल खिलाकर सफाई शुरू करने वाली है।
वहीं
चौटाला
का
घोटालों
भरा
सियासी
सफर
अब
भाजपा
ने
चौपट
कर
दिया
है।
तो
हुड्डा
ने
भी
अपनी
हार
स्वीकार
कर
ली
है।लेकिन
भाजपा
के
लिए
कबड्डी
करा
रही
है।
महाराष्ट्र
की
रूझान
स्केल।
महाराष्ट्र
में
बीजेपी
को
स्पष्ट
बहुमत
न
मिलने
की
संभावना
के
बाद
बीजेपी
मुख्यालय
में
सरगर्मी
शुरू
हो
गई
है।
पार्टी
अपने
सभी
बड़े
नेताओं
को
विचर
मंथन
करने
दे
रही
है
ताकि
वहां
मिली
जुली
सरकार
बनाई
जा
सके।
पार्टी चाहती है कि वह अपने पुराने दोस्त शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाए लेकिन अभी तुंरत यह आसान नहीं दिखता है। सूत्रों की मानें तो इसलिए पार्टी ने नितिन गडकरी को यह कठिन कार्य सौंप दिया है।
गडकरी - शिवसेना के संबंध बहुत पुराने हैं। बाला साहब से लेकर उद्धव तक उनके अच्छे रिश्ते रहे हैं। पार्टी अब उनके माध्यम से अपनी बात मातोश्री पहुंचा रही है। नितिन गडकरी महाराष्ट्र के उन नेताओं में रहे हैं जिन्हें वहां एनडीए के शासनकाल में मंत्री पद मिला।
जानकारों का कहना है कि इस दिशा में पंकजा मुंडे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उनके पिता मातोश्री के सबसे निकटतम बीजेपी नेताओं में थे। और उनका ठाकरे परिवार से सीधा संबंध था। अब उनकी बेटी पंकजा मुंडे के भी उनसे बहुत अच्छे रिश्ते रहे हैं. अगर वह बातचीत करती हैं तो यह सार्थक होगी।