यूपी-बिहार उपचुनाव: 282 से खिसक कर 272 पर पहुंची बीजेपी, 2019 के लिए खतरे की घंटी
2014 के आम चुनाव के बाद लोकसभा की 20 सीटों के लिए उपचुनाव हुए हैं। इनमें भाजपा को केवल तीन सीटें मिली हैं।
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नई दिल्ली। यूपी और बिहार में हुए उपचुनाव के नतीजों ने बीजेपी को बड़ा झटका दिया है। लोकसभा उपचुनावों परिणाम आने के बाद सदन में भाजपा के सीटों की संख्या 2014 के 282 से घटकर 272 पर पहुंच गई है। यूपी में जहां बीजेपी मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री की सीट बचाने में भी नाकामयाब रही, वहीं यह लगातार तीसरा उपचुनाव है जब बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा। इससे पहले एक फरवरी को राजस्थान की दो लोकसभा सीटों और एक विधानसभा सीटों पर जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 28 फरवरी को मध्यप्रदेश उपचुनाव में भी बीजेपी की शिकस्त हुई थी।
2014 के आम चुनाव के बाद लोकसभा की 20 सीटों के लिए उपचुनाव हुए हैं। इनमें भाजपा को केवल तीन सीटें मिली हैं। यह अलग बात है कि इनमें से अधिकतर सीटें भाजपा के पास नहीं थीं। इस साल छह लोकसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुए जिनमें भाजपा एक पर भी नहीं जीती। ये उपचुनाव राजस्थान, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए। उत्तर भारत के इन राज्यों में बड़ी संख्या में लोकसभा की सीटें हैं। उपचुनावों में बीजेपी की हार 2019 के आम चुनाव के लिए खतरे की घंटी है।
2014 के बाद हुए उपचुनाव
साल--- क्षेत्र--- विजेता दल
2014--- मेडक--- टीआरएस
2014--- वडोदरा--- भाजपा
2014--- मैनपुरी--- सपा
2014---बीड--- भाजपा
2014---कंधमाल--- बीजद
2015--- बनगाव--- टीएमसी
2015--- वारंगल--- टीआरएस
2015--- रतलाम--- कांग्रेस
2016--- शहडोल--- भाजपा
2016--- तमलुक---टीएमसी
2016--- कूचबिहार---टीएमसी
2017--- मलप्पुरम--- आइयूएमएल
2017--- गुरदासपुर--- कांग्रेस
2017--- श्रीनगर--- जेकेएनसी
2018--- अलवर--- कांग्रेस
2018--- अजमेर--- कांग्रेस
2018--- उलबेरिया--- टीएमसी
2018--- गोरखपुर--- सपा
2018--- फूलपुर--- सपा
2018--- अररिया--- राजद
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