गोवा में भाजपा का दावा, 3 बजे के बाद हमारे नए सीएम का शपथ ग्रहण
Recommended Video
नई दिल्ली। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद राज्य की राजनीति भी गरमा गई है। सूत्रों की माने तो राज्य के अगले मुख्यमंत्री के लिए गोवा विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद पांडुरंग सावंत का नाम सामने आ रहा है। सावंत दो बार के विधायक है और 22 मार्च, 2017 उनको विधानसभा का स्पीकर चुना गया था। बता दें कि अभी तक राज्य में बीजेपी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के साथ-साथ गठबंधन कर सरकार में थी। इसके अलावा कुछ निर्दलीय विधायकों का भी बीजेपी को समर्थन था। दूसरी ओर गोवा बीजेपी के अध्यक्ष ने कहा है कि 3 बजे के बाद भाजपा के नए सीएम का शपथ ग्रहण होगा।
निर्दलीय विधायकों की भूमिका अहम
बता दें कि गोवा की राजनीति में उथल-पुथल इसलिए मची है कि क्योंकि निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी को समर्थन मनोहर पर्रिकर की वजह से था। चुनाव के बाद निर्दलीय विधायकों ने साफतौर पर कह दिया था कि अगर बीजेपी मनोहर पर्रिकर को राज्य का मुख्यमंत्री बनाती है तभी वो समर्थन देंगे। इसके बाद बीजेपी हाई कमान ने मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दिया और फिर गोवा के मुख्यमंत्री बन गए। लेकिन अब उनके निधन के बाद बीजेपी के सामने एक बार फिर समस्या खड़ी हो गई है।
वर्तमान में केवल 36 विधायक हैं
गोवा विधानसभा में कुल सदस्यों की संख्या 40 है लेकिन वर्तमान में विधायकों की संख्या 36 ही है। क्योंकि बीजेपी को विधायक फ्रांसिस डिसूजा और अब मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद कम हो गई है। जबकि कांग्रेस के विधायक पहले ही पद से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में राज्य की गद्दी हासिल करने के लिए कम से कम 19 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
मनोहर पर्रिकर: उनकी तरबूज की ये कहानी सबको दे गई बड़ा संदेश
कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है
रविवार शाम को राज्य में सरकार बनाने का दावा करने वाली कांग्रेस पार्टी 14 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी के पास 12, एमजीपी के पास तीन, जीएएफी के पास तीन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास एक और तीन निर्दलीय विधायक है। भाजपा एमजीपी, जीएफपी और निर्दलीय विधयकों के समर्थन का दावा कर रही है। लेकिन कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी का दावा खोखला है और वो बहुमत सिद्ध नहीं कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें- 'अगर आप चौकीदार हैं तो मेरा बेटा कहां है?' लापता छात्र नजीब की मां ने पीएम मोदी से पूछा