केरल में बीजेपी को बड़ा झटका, कोर्ट ने उम्मीदवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
तिरुवनंतपुरम। केरल में भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। लोकसभा चुनाव को दौरान उनके एक उम्मीदवार को कम से कम 14 दिन जेल में बिताने होंगे, जबकि राज्य में 23 अप्रैल को चुनाव होने हैं। कोझीकोड से भाजपा के उम्मीदवार प्रकाश बाबू को सबरीमाला परिसर में विरोध प्रदर्शन करने और हिंसा में संलिप्त होने के चलते पठानमथिट्टा की एक स्थानीय अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
सुुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद भड़क उठी थी हिंसा
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रकाश बाबू के खिलाफ आठ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें एक महिला की हत्या का प्रयास भी शामिल है। बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर को 10 साल से 50 साल की बीच की महिलाओं की श्राइन हिल्स में जाने की अनुमति दे दी थी। जिसके बाद केरल के सबरीमाला में भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। जिसके चलते राज्य में हिंसा भड़क उठी थी।
भाजपा ने जताया था सरकार का विरोध
इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान भाजपा ने सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर शीर्ष अदालत के आदेश को लागू करने के लिए ''अनावश्यक जल्दबाजी'' करने का आरोप लगाया था। साथ ही इन विरोध प्रदर्शनकारियों को अपना समर्थन दिया था। बीजेपी को आस है कि, उसके इन विरोध प्रदर्शनों के बाद राज्य में उसका खाता खुल सकता है। शीर्ष अदालत ने इस बीच, अपने पहले के आदेश की समीक्षा के लिए दायर याचिकाओं के एक बैच का गठन कर सुनवाई की। अब इस पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है।
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कोर्ट नेअपने फैसले की समीक्षा के दिए थे निर्देश
सुप्रीम कोर्ट में 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ 49 याचिकाएं दाखिल की गई थी। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस रोहिंटन नरीमन, जस्टिस ए. एम. खानविलकर, जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदू मल्होत्रा की संवैधानिक बेंच 6 फरवरी को सुबह साढ़े 10 बजे मामले की सुनवाई की। जस्टिस इंदु मल्होत्रा के मेडिकल लीव पर होने की वजह से 22 जनवरी को इस मामले की सुनवाई नहीं हो पाई थी।
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