2019 में आरएसएस के प्रचारक लगाएंगे भाजपा की नैया पार, सूरजकुंड में 3 दिवसीय 'महासम्मेलन'
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने 14 से 18 जून के बीच हरियाणा के सूरजकुंड में महासचिवों (संगठन) की तीन दिवसीय बैठक बुलाई है। इस बैठक का उद्देश्य बीजेपी में प्रचारकों की भूमिका को परिभाषित करना और रणनीति को मजबूत करना एवं 2019 के चुनावों के लिए एक रोड मैप तैयार करना होगा।
इस बैठक में कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी जिसमें आरएसएस और बीजेपी के शीर्ष पदाधिकारी भाग लेंगे।
2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी
सूत्रों के अनुसार, आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश जोशी, सह-सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, संगठन के महासचिव रामलाल और 70 राज्य महासचिवों के साथ संगठन के अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में 2019 लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी। इस बात पर भी चर्चा होगी कि एकजुट हो रहे विपक्ष के खिलाफ कैसे निपटा जाए।
आरएसएस कैडरों का सही इस्तेमाल कैसे हो
सूत्रों के अनुसार, हर रोज चार सत्र होंगे जिसमें 2019 चुनावों के माध्यम से पार्टी के लिए अपने कैडर और मतदाताओं का उपयोग कैसे करें इस मामले पर चर्चा होगी। बीजेपी आरएसएस कैडर के बेहतर उपयोग के लिए आरएसएस के साथ समन्वय चाहती है। पार्टी इस बात पर भी चर्चा करेगी कि ऐसी सीटों को कैसे जीतें जहां पार्टी पिछले चुनावों में दूसरे स्थान पर थी।
सूरज कुंड में जुटेंगे RSS-BJP के दिग्गज
सूरज कुंड पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है क्योंकि यहां न केवल आरएसएस-बीजेपी नेताओं की बैठक आयोजित होती रही है बल्कि आरएसएस की कई बैठकें भी आयोजित हुई हैं। पहले भी कई अवसरों पर पार्टी ने यहां सचिव स्तर की बैठक आयोजित की थी।