राम माधव बोले- कश्मीर घाटी के मुस्लिम बहुल इलाकों में दोबारा बसाए जाएंगे विस्थापित हिंदू
नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरी बार सत्ता में आने के बाद कश्मीर का मुद्दा लगातार चर्चा में है। भारतीय जनता पार्टी मुस्लिम बहुल कश्मीर घाटी में हिंदुओं के पुनर्वास के लिए सुरक्षित शिविरों के निर्माण के अपने पुराने प्लान को फिर से शुरू करेगी। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव नेता राम माधव ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो घाटी में तनाव बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 1989 में आतंकवाद शुरू होने के बाद वहां विस्थापित हुए करीब 2 से 3 लाख हिंदुओं को वहां फिर से बसाने में मदद करेगी।
राम माधव ने कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडितों के मौलिक अधिकारों का सम्मान करना होगा। साथ ही हमें उन्हें उचित सुरक्षा भी प्रदान करनी होगी। बता दें कि कश्मीर घाटी में लगभग 70 लाख लोग रहते हैं, उनमें से 97 प्रतिशत मुस्लिम हैं। इसके अलावा एक अनुमान के मुताबिक पिछले तीन दशकों में घाटी में हुए संघर्ष में लगभग 50 हजार लोग मारे गए हैं। राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य में भाजपा समर्थित पिछली सरकार ने अलग-अलग या मिश्रित पुनर्वास टाउनशिप बनाने पर विचार किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
अलग-अलग क्षेत्रों में निर्माण के लिए स्थानीय राजनीतिक दलों, मुस्लिम नेतृत्व और हिंदुओं का प्रतिनिधित्व करने वाले समूहों का कोई समर्थन नहीं है। हालांकि इस मुद्दे पर जब गृह मंत्रालय से टिप्पणी मांगी गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। बता दें कि मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान साल 2015 में राज्य सरकार की ओर से स्कूलों, शॉपिंग मॉल, अस्पतालों और खेल के मैदानों के साथ पंडितों को लौटाने के लिए एक ब्लूप्रिंट दिया गया था। लेकिन क्षेत्र के अलगाववादी समूहों ने इस परियोजना का विरोध किया था।
कुछ ने इसकी तुलना फिलिस्तीनी क्षेत्रों के भीतर इजराइल की बस्तियों से भी की थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर में फिलहाल राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। उम्मीद है कि साल के अंत में वहां नई सरकार के लिए विधानसभा चुनाव हो सकता है। हालांकि भाजपा को भरोसा है कि वह राज्य में होने वाले आगामी चुनाव में जीत हासिल करेगी। राम माधव ने कहा कि पुनर्वास योजना वापस अमल में लाई जाएगी। राम माधव ने कहा कि मुझे यकीन है कि जब हम सत्ता में वापस आएंगे, हम इसे फिर से उठाएंगे और कोशिश करेंगे और देखेंगे कि कोई समाधान मिल सकता है या नहीं।
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