भाजपा का असली चेहरा फिर सामने आया, खेमका को 46वीं बार ट्रांसफर किया गया
नई दिल्ली। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले इमानदार आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को उनके कार्यकाल में 46वीं बार ट्रांसफर किया गया है। अशोक खेमका ने इस बात की जानकारी खुद ट्वीट करके दी है। खेमका ने कहा कि यह काफी दुखद है कि एक बार फिर से मेरा स्थानांतरण कर दिया गया है।
खेमका जैसे इमानदार अधिकारी को जिस तरह से भाजपा सरकार ने एक ऐसे विभाग में फेंक दिया है जहां वह पूरी तरह से निरर्थक हैं। उससे भाजपा को दोहरा चरित्र सबके सामने आ गया है। आखिरकार ऐसी क्या वजह थी कि जिस अधिकारी ने रॉबर्ट वाड्रा जैसे अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोला था उसके इस तरह से परेशान किया जा रहा है।
हरियाणा सरकार ने खेमका सहित 9 अधिकारियों को ट्रांसफर का आदेश दिया गया है। गौरतलब है कि खेमका ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के तौर पर तैनात थे। उन्हें पुरात्तव विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है। इस विभाग को आईएस तबके में बेहद ही नीरस विभाग माना जाता है।
ऐसे में हरियाणा सरकार की इस कार्यवाही पर सीधा सवाल उठता है कि खेमका जैसे इमानदार और कुशल अधिकारी को ऐसे विभाग में फेंक दिया जाता है जहां उन्हें कुछ भी करने को नहीं है। सूत्रों की मानें तो खट्टर सरकार खेमका की कार्यशैली से नाराज थे और उन्हें स्थानांतरित करना चाहते थे।
खेमका को कांग्रेस सरकार के दौरान भी काफी शोषण किया गया था, उस वक्त भाजपा ने जमकर कांग्रेस पर हमला बोला था। लेकिन सरकार में आने के बाद भाजपा ने उसी कार्यशैली को अपनाया है जिसे उसने गलत बताया था। आपको बता दें कि हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने खेमका के समर्थन में खुद ट्वीट करके उनकी सराहना की थी।