हैदराबाद नगर निगम चुनाव: केसीआर अब ओवैसी की AIMIM के सहारे
नई दिल्ली। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) चुनाव के नतीजे आ गए हैं। चुनाव टीआरएस 55 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 48 सीटों पर जीत हासिल की है। एआईएमआईएम को 44 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस को दो वार्ड पर सफलता मिली है। 150 वार्डों वाले ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में बहुमत का आंकड़ा 75 है, ऐसे में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है। जाहिर है कि अब मेयर पद के लिए जो तीन बड़ी पार्टी हैं, उनमें से दो को साथ आना होगा। तेलंगाना में टीआरएस और एआईएमआईएम काफी समय से साथ रहे हैं। ऐसे में दोनों नगर निगम में साथ आ सकते हैं।
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भाजपा ने जिस तरह का प्रदर्शन इस चुनाव में किया है, उससे साफ है कि केसीआर और टीआरएस पर दबाव बढ़ेगा। उनको ओवैसी की तरफ भी जाना पड़ेगा। इस चुनाव में तो उनको मेयर पद के लिए ओवैसी की ओर देखना ही होगा, 2023 के विधानसभा में भी उनकी एआईएमआईएम को साथ रखना मजबूरी हो जाएगी। भाजपा ने अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी की बात कह दी है, जिससे केसीआर पर और दबाव बढ़ेगा।
बता दें कि 2016 में भाजपा के पास सिर्फ चार सीट थीं और अब वो 48 दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। वहीं टीआरएस की सीटें 99 से 55 पर आ गई हैं। 2016 के चुनाव में टीआरएस ने 99 और एआईएमआईएम ने 44 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 2 वार्ड आए थे। ऐसे में एआईएमआईएम और कांग्रेस की सीटों में कोई बदलाव नहीं आया है। चुनाव में टीआरएस को ही बड़ा नुकसान और भाजपा को बड़ा फायदा हुआ है। हैदराबाद नगर निगम में सत्तारूढ़ टीआरएस सभी 150 वार्ड पर चुनाव लड़ रही थी। वहीं भाजपा 149 वार्ड, कांग्रेस 146 वार्ड पर और AIMIM 51 वार्ड पर चुनाव लड़ा।
हैदराबाद नगर निकाय के नतीजों पर टीआरएस के वर्किंग प्रेसीडेंट केटीआर ने कहा है कि हम इससे 25 ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे थे। हमें इस तरह के नतीजों की उम्मीद नहीं थी। एग्जिट पोल भी हमारी जीत का अंदाजा लगा रहे थे। उन्होंने ये भी कहा कि 12-13 सीटें टीआरएस 200-300 वोटों से हारी है, ऐसे में हमें उदास होने की जरूरत नहीं है। हम सबस बड़ी पार्टी हैं, और सभी मतदाताओं का धन्यवाद करते हैं।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है। यह नगर निगम 4 जिलों- हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, रंगारेड्डी और संगारेड्डी में है। इस पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र तो तेलंगाना की 5 लोकससभा सीटें आती हैं। इस चुनाव में भाजपा ने पीएम को छोड़ तमाम बड़े नेता उतार दिए थे।