BJP सांसद सनी देओल ने जिम्मेदारी निभाने के लिए वो गंवा दिया, जो जिंदगी में मिलेगा न दोबारा
नई दिल्ली- पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद सनी देओल ने गुरुवार को अपनी जिंदगी का वह पल मिस कर दिया है, जो उन्हें जीवन में दोबारा नहीं मिलने वाला। गौरतलब है कि गुरुवार को अचानक उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर पहुंचना पड़ा, जहां एक बड़े हादसे में 24 लोग मारे गए थे। यह घटना इतनी बड़ी थी कि सनी देओल ने अपने उस सपने का त्याग करना मुनासिब समझा जिसका इंतजार वे और उनका परिवार वर्षों से कर रहे थे। सनी गुरदासपुर के बटाला के उस अस्पताल में गए और घायलों की हालत के बारे में जानकारी ली और डॉक्टरों से उनके अच्छे इलाज की गुजारिश की।
अपने संसदीय क्षेत्र में धमाका पीड़ितों से मिलने पहुंचे
पंजाब के गुरदासपुर में बटाला फैक्ट्री में हुए धमाके में 24 लोगों की जान चली गई और कई लोग जख्मी हो गए। गुरुवार को अभिनेता से नेता बने बीजेपी सांसद सनी देओल बटाला पहुंचे और सीधे अस्पताल पहुंचे। गौरतलब है कि बटाला में एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया था, जिसकी चपेट में आकर लोग हताहत हो गए थे। सनी देओल को जैसे ही बटाला हादसे की जानकारी मिली उन्होंने ट्वीट करके इतने बड़े हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "बटाला फैक्ट्री में धमाकी की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं। एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों के लिए भेजे गए हैं।" घंटे भर बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि सूचना मिली है कि धमाके की वजह से जान और संपत्ति की हानि हुई है। उन्होंने ये भी बता कि उनकी जिले के एक अधिकारी से भी बात हुई है। इसके बाद उन्होंने फिर एक ट्वीट में पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए बटाला आने की सूचना दी।
सनी को वो मौका न मिलेगा दोबारा
दरअसल, गुरुवार को ही सनी देओल के बेटे करण देओल की पहली फिल्म 'पल पल दिल के पास' का ट्रेलर लॉन्च होना था। सबसे बड़ी बात ये भी है कि बेटे की फिल्म को खुद उन्होंने ही डायरेक्ट भी किया है। लेकिन, उन्होंने अपनी जिंदगी में दिल के इतने करीब इवेंट को छोड़कर धमाके में जख्मी हुए लोगों से मिलना ज्यादा जरूरी समझा। जबकि, वे चाहते तो ट्रेलर लॉन्चिंग की डेट को ही आगे बढ़ा सकते थे। लेकिन, उन्होंने न तो अपने बेटे के करियर के पहले खास मौके को टालना अच्छा समझा और न ही अपनी जिम्मेदारी से ही मुंह चुराना। बावजूद इसके कि उन्हें पता था कि उनके बेटे की पहली फिल्म की ट्रेलर लॉन्चिंग का मौका उन्हें अपने जीवन में फिर कभी दोबारा नहीं मिलने वाला है।
धर्मेंद्र ने निभाई सनी की जिम्मेदारी
सनी के पिता धर्मेंद्र ने अपने बेटे के इस फैसले की बहुत ही सराहना की है। उन्होंने कहा है कि सनी के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण दिन था, लेकिन उसने पंजाब में उन परिवारों के पास समय गुजारना तय किया। धर्मेंद्र के मुताबिक एक अच्छे इंसान की यही पहचान है। हालांकि, सनी देओल ने अपने पिता से कहा था कि कम से कम वे अपने पोते के करियर की पहली फिल्म के ट्रेलर को मिस ना करें और धर्मेंद्र ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपने बेटे से किया वादा निभाया। 'पल पल दिल के पास' की लॉन्चिंग में पहुंचे कई लोगों ने भी सनी की गैरमौजूदगी को आशंका भरी नजरों से देखा, लेकिन जब उन्हें उनकी अनुपस्थिति का कारण पता चला तो वे उनकी तारीफ करने से नहीं चूके।
गुरदासपुर के लोगों को काफी उम्मीद
गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में सनी देओल बीजेपी के टिकट पर पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा सीट से जीते हैं। जाहिर है कि गुरदासपुर के लोगों को उनसे काफी उम्मीदें भी हैं। उनकी जीत के बाद पिछले कुछ महीनों में उनके साथ उनके चुनाव क्षेत्र को लेकर कुछ विवाद भी जुड़े हैं, लेकिन सनी फिलहाल उन सबसे बाहर निकल आए हैं। इन विवादों में एक विवाद ये भी है कि अपने संसदीय क्षेत्र के लिए एक प्रतिनिधि नियुक्त करने को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी।
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