भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का विवादित बयान, बोले- हिंदुत्व के खिलाफ है समलैंगिकता, ये बीमारी है
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नई दिल्लीः बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मंगलवार को एक विवादित बयान दिया, जिसके बाद उनकी काफी आलोचना की जा रही है। स्वामी ने कहा कि संमलैंगिक होना साधारण नहीं है, ये हिंदुत्व के खिलाफ है। स्वामी ने दावा किया कि इस पर मेडिकल रिसर्च की मदद से इससे छुटकारा पाया जा सकता है।
न्यूज एजेंसी ने बात करते हुए स्वामी का कहना था कि, 'समलैंगिक होना कोई साधारण चीज नहीं है। हम इसका स्वागत नहीं कर सकते हैं, ये हिंदुत्व के खिलाफ है। मेडिकल रिसर्च की मदद से इसे खत्म किए जाने पर विचार हो।'
Legitimizing homosexuality leads to commercial profit since Gay Bars will be opened in all cities on FDI. It is a genetic flaw celebrated
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 29, 2015
बता दें, आज सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच आईपीसी की धारा 377 के खिलाफ पिटीशन पर सुनवाई करने होने वाली है। सेक्शन-377 के तहत समलैंगिक यौन संबंधों को अपराध कहा गया है। इसी को लेकर आज सुनवाई होने वाली है। लेस्बियन, गे या ट्रांस्जेंडर के अधिकारों के लिए सेक्शन-377 के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है।
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आज पांच जजों की पीठ इस मामले की सुनवाई करने वाली है। फ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस रोहिंग्टन आर नरीमन, जस्टिस ए एम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस इंदू मल्होत्रा इस मामले पर अपना फैसला देंगे।
'हमसफर ट्रस्ट' की ओर से कोर्ट में दायर की गई याचिका में कहा गया कि धारा 377 पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला दोषपूर्ण था। याचिकाकर्ता ने हादिया मामले का उदाहरण भी दिया गया था, जिसमें कहा गया था कि शादीशुदा या गैर शादीशुदा लोगों को पार्टनर चुनने का अधिकार दिया गया है तो समलैंगिकता मामले में क्यों नहीं।
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