स्वामी के निशाने पर डोवाल, पूछा अलर्ट के बाद भी क्यों हुआ हमला
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नई दिल्ली। राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य और वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल को कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करके ना सिर्फ एनएसए अजीत डोवाल बल्कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव पर भी निशाना साधा है।
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अलर्ट के बाद भी क्यों हुआ हमला
जिस तरह से इस घटना के बाद स्वामी ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है उससे साफ है कि वह इस मामले में किसी को भी निशाने पर ले सकते हैं। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि जब सरकार को पहले से ही इस बात की चेतावनी मिली थी कि यात्रियों पर हमला हो सकता है, तो इसका जिम्मेदार कौन है। उन्होंने कहा कि 25 जून को ही सरकार को इस बात का अलर्ट मिला था कि यह हमला हो सकता है, लिहाजा प्रशासन में कोई तो जिम्मेदार हैं। हालांकि उन्होंने डोवाल का नाम सीधा नहीं लिया, लेकिन उन्होंने लिखा है कि ट्विटर पर ट्वीट करने वाले इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं।
आईजी ने लिखा था पत्र
स्वामी ने उस पत्र का हवाला दिया है जो जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी मुनीर खान ने सेना, सीआरपीएफ, व प्रदेश के डीआईजी को भेजा था। जिसकी पीटीआई ने 27 जून को जानकारी दी थी। जानकारी के अनुसार खान ने बताया था कि यात्रियों पर आतंकी बड़ा हमला कर सकते हैं। विपक्षी दल भी सरकार को इसी पत्र के हवाले से घेरने में जुटे हैं, कांग्रेस ने भी स्वामी के सवाल को दोहराते हुए जेके व केंद्र से पूछा है कि आखिर अलर्ट के बाद भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए। स्वामी ने एक और ट्वीट करके कांग्रेस की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा है कि सुरक्षा देना तो दूसरी प्राथमिकता है, आखिर इस हमले को रोकने का निवारण क्यों नहीं किया गया, जिसका मतलब है लोगों को पीड़ा पहुंचाना।
डोवाल-माधव स्वामी के निशाने पर
स्वामी पहले भी डोवाल को अपना निशाना बना चुके हैं, उन्होंने कश्मीर में चल रहे तनाव के लिए डोवाल को जिम्मेदार ठहराया था। स्वामी ने पहले भी ट्वीट करके राम माधव व डोवाल पर हमला बोला थाराम माधव के टीवी को दिए साक्षात्कार पर भी स्वामी ने हमला बोलते हुए कहा था कि जब राम माधव ने ही इस बात को कहा था कि जम्मू-कश्मीर की स्थिति से निपटने के लिए भाजपा-पीडीपी बेहतर कर सकती थी। स्वामी ने कहा कि जेके में भाजपा-पीडीपी सरकार के गठन में राम माधव की भूमिका अहम थी
बर्खास्त हो सरकार, लागू हो अफ्सपा
अमरनाथ
यात्रियों
पर
हमले
के
बाद
स्वामी
ने
कहा
कि
अब
स्थिति
चरम
पर
पहुंच
गई
है,
राज्य
की
सरकार
को
बर्खास्त
करना
चाहिए,
या
फिर
सरकार
को
इस्तीफा
देने
को
कहना
चाहिए
और
वहां
राज्यपाल
के
जरिए
केंद्र
सरकार
को
कमान
संभालनी
चाहिए।
भाजपा
सांसद
ने
कहा
कि
पूरे
राज्य
में
अफ्सपा
लागू
करना
चाहिए
और
अनुच्छेद
370
को
खत्म
करना
चाहिए।
उन्होंने
कहा
कि
हमे
अब
सेना
के
ऑपरेशन
के
लिए
तैयार
होना
चाहिए,
क्योंकि
तमाम
कोशिशें
फेल
रही
है
और
अब
यह
साबित
भी
हो
चुका
है।
Since the Govt had prior information and warning as early as June 25th, somebody in the bureaucracy is accountable! Who? PTs can guess?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 11, 2017
How can one protect 200 kms from fedayeen..With local support hidden amongst them even women
— dr hemant anant sant (@santhemant) July 11, 2017