कोरोनिल पर विवाद के बीच बोले भाजपा सांसद-समय बड़े स्वार्थों को समझने का है
नई दिल्ली। पंतजलि ने बीते मंगलवार को कोरोना वायरस के इलाज के लिए आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल लॉन्च की थी। लॉन्च के बाद ही ये दवा विवादों में हैं। आयुष मंत्रालय ने अगले आदेश तक दवा के विज्ञापर पर रोक लगा दी है। इसी बीच मौजूदा बीजेपी सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने आयुष मंत्रालय के इस रुख पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने इशारों-इशारों में आयुष मंत्रालय पर निशाना साधते हुए कहा कि, समय बड़े स्वार्थों को समझने का है।
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आयुष मंत्रालय के रुख से BJP सांसद सत्यपाल सिंह नाखुश
गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रह चुके और मौजूदा बीजेपी सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि, यह सही समय है जब आयुर्वेद के आचार्य, आयुर्वेद- प्रेमी, तथा भारत सरकार मिलकर आयुर्वेद को योग की तर्ज पर दुनियाँ में स्थापित कर सकते हैं। समय बड़े स्वार्थों को समझने का है,विवाद का नहीं, संवाद का है। इस ट्वीट में उन्होंने आयुष मंत्रालय, पीएमओर, पीएम नरेंद्र मोदी, आचार्य बालकृष्ण, बाबा रामदेव और पतंजलि ग्रुप को भी टैग किया है।
आयुष मंत्रालय ने लगाई रोक
गौरतलब है कि पंतजलि योगपीठ हरिद्वार की ओर से मंगलवार को कोरोना वायरस के उपचार के लिए आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल लांच की थी। पतंजलि योगपीठ ने यह भी दावा किया कि उन्होंने इसका क्लिनिकल ट्रायल किया था और कोरोना संक्रमित लोगों पर इसका सौ फ़ीसद सकारात्मक असर हुआ है। पतंजलि की इस घोषणा के कुछ घंटे बाद ही भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने इस पर संज्ञान लिया और कहा कि जांच होने तक पतंजलि ग्रुप को इस दवा का प्रचार-प्रसार बंद कर देना चाहिए।
पतंजलि ग्रुप ने दवा से संबंधित दस्तावेज कल ही मंत्रालय को भेजे
हालांकि पतंजलि के चेयरमैन आचार्य बालकृष्ण ने इसे 'कम्युनिकेशन गैप' बताते हुए यह दावा किया है कि 'उनकी कंपनी ने आयुष मंत्रालय को सारी जानकारी दे दी है। बालकृष्ण ने अपने ट्वीट में लिखा है कि यह सरकार आयुर्वेद को प्रोत्साहन व गौरव देने वाली है। क्लिनिकल ट्रायल के जितने भी तय मानक हैं, उन 100 प्रतिशत पूरा किया गया है। पतंजलि ग्रुप की कोरोना दवा को लेकर सरकार के आयुष मंत्री श्रीपद नाइक की प्रतिक्रिया सामने आई है। केंद्रीय मंत्री नाइक ने कहा कि यह एक अच्छी बात है कि योगगुरु ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन इसे आयुष मंत्रालय की ओर से उचित अनुमति की जरूरत है। उन्होंने पुष्टि की कि पतंजलि ग्रुप ने इस दवा से संबंधित दस्तावेज कल ही मंत्रालय को भेजे थे।
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