मंदिर तोड़े जाने की घटना पर भड़के गौतम गंभीर, ट्वीट कर दिया ये बयान
मंदिर तोड़े जाने की घटना पर गुस्से में भाजपा सांसद गौतम गंभीर, ट्वीट कर दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब स्कूटर की पार्किंग को लेकर हुए एक मामूली से विवाद ने सांप्रदायिक तनाव का रूप ले लिया। बीते रविवार को पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में हुए पार्किंग विवाद के बाद एक समुदाय के लोगों ने रात में करीब 100 साल पुराने एक मंदिर में तोड़फोड़ कर दी। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में रोष फैल गया। हालांकि पुलिस-प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए इलाके को घेर लिया और किसी बड़ी अनहोनी को होने से रोका। बताया जा रहा है कि अब इलाके में सभी समुदाय के लोग एक साथ मिलकर मंदिर को ठीक कराने के लिए आगे आए हैं। इस बीच पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है।
घटना पर गौतम गंभीर ने क्या कहा
चांदनी चौक इलाके में मंदिर तोड़े जाने की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन और इलाके के लोग शांति कायम करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। इस बीच भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए कहा, 'जो लोग हमारी आस्था की जगह पर हमला करके यह सोच रहे हैं कि हमारी एकता को तोड़ देंगे, वो गलत हैं। भारतीय संस्कृति में कौमी एकता है और हम इसे ऐसी ओछी हरकत से भंग नहीं होने देंगे। हमलावरों को कड़ी सजा मिले और मैं दिल्ली की जनता से शांति बनाने की अपील करता हूं।' गौतम गंभीर से पहले केंद्रीय मंत्री और चांदनी चौक सीट से सांसद डॉ. हर्षवर्धन ने भी इलाके का दौरा किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
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मंदिर का पुनर्निर्माण करेगी अमन कमेटी
आपको बता दें कि इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं एक नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया है। घटना के बाद मंगलवार को स्थानीय लोगों के एक वर्ग ने शांति की अपील की। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग जमा हुए और इलाके में माहौल सामान्य करने की कोशिश की। वहीं इलाके में दोनों समुदायों के लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में हालात सामान्य करने को लेकर बातचीत भी की। इस बातचीत के दौरान मौजूद जमशेद सिद्दीकी ने कहा, 'हम लोगों ने शांति कायम करने को लेकर बातचीत की है और तय किया है कि अमन कमेटी मंदिर के पुनर्निर्माण का काम करेगी। हम लोग इलाके में पहले की तरह शांति चाहते हैं। इस घटना की हम कड़ी निंदा करते हैं और हम चाहते हैं कि जिन्होंने भी मंदिर में तोड़फोड़ की, उनको सख्त सजा मिले।'
'दिल्ली जीतेगी, नफरत हारेगी'
वहीं, इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर शांति की अपील करते हुए कहा, 'ये हमारी सांझी विरासत, आपसी प्यार, भाईचारे का इम्तहान है। कुछ लोग हमारे आपसी विश्वास को चोट पहुंचाकर सांप्रदायिक तनाव और नफरत फैलाना चाहते हैं। मेरी सबसे हाथ जोड़कर अपील है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। शांति और आपसी विश्वास बनाए रखें। दिल्ली जीतेगी, नफरत हारेगी। जय हिंद।' दिल्ली सरकार के मंत्री इमरान हुसैन ने भी मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा, 'हौज काजी इलाके में दोनों समुदायों के बीच शांति स्थापित करने के लिए मैंने आज पुलिस के साथ भी बैठक की। इस बैठक में दोनों समुदायों के लोग मौजूद रहे। सबने मिलकर इलाके में आज दुकानें भी खुलवाई हैं। अब इलाके में शांति है।'
मामूली सी बात पर यूं बढ़ा विवाद
गौरतलब है कि दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में ये पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब रविवार रात को इलाके का ही एक शख्स अपना स्कूटर एक बिल्डिंग के बाहर पार्क कर रहा था। इसी दौरान एक दूसरे शख्स ने इसका विरोध किया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। पार्किंग को लेकर जिस जगह पर विवाद हुआ, उसके पास एक मंदिर बना हुआ है, जो काफी पुराना है। मंदिर के पुजारी अनिल कुमार पांडे ने बताया कि लोगों की भीड़ रात में करीब 12 बजे आई और उसने यहां तोड़फोड़ की। पुजारी ने बताया कि ये लोग मंदिर में तोड़फोड़ के बाद यहां से चले गए। सोमवार सुबह देखा गया तो पता चला कि मंदिर में भगवान की मूर्तियों को भी तोड़ा गया है। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गया और स्थानीय लोगों ने घटना को लेकर अपना रोष जाहिर किया। हालांकि समय रहते पुलिस ने इलाके को घेर लिया और किसी बड़ी अनहोनी को होने से रोक लिया।
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