बीजेपी सांसद ने केसीआर को लेकर दिया विवादित बयान, बताया देश का सबसे भ्रष्ट नेता
हैदराबाद। निजामाबाद के भाजपा सांसद डी अरविंद ने शुक्रवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। बीजेपी नेता ने केसीआर को देश का सबसे भ्रष्ट नेता बताया है। निजाम चीनी कारखाने के बारे में बात करते हुए, अरविंद ने कहा, निज़ाम चीनी फैक्ट्री एशिया की सबसे बड़ी चीनी फैक्ट्री थी। आज इसकी खराब स्थिति का कारण एन चंद्रबाबू नायडू के समय की भ्रष्ट राजनीति है। बता दें कि, हाल ही में निज़ाम डेक्कन शुगर फैक्ट्री लिमिटेड के परिसमापन (लिक्विडेशन) के लिए एक आदेश पारित किया है। इस इकाई का निजीकरण करके चंद्रबाबू ने बड़ी गलती की थी।
केसीआऱ ने 2014 में किया वादा पूरा नहीं किया
उन्होंने कहा कि, उसके बाद कांग्रेस सत्ता में आई। उसने कारखाने को निशाना बनाया और इसे सरकार के अधीन लाने की कोशिश की। उन्होंने ना तो इसे वापस लिया और ना ही निवेशक को कंपनी के साथ आगे बढ़ने दिया। अरविंद ने राव पर आऱोप लगाया कि, निज़ाम चीनी कारखाने की इस हालत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया। केसीआर ने 2014 के चुनावों में सत्ता में आने के 100 दिनों के भीतर इकाई को वापस जिंदा करने का वादा किया था। लेकिन, पांच साल हो गए और कुछ नहीं हुआ।
केसीआर ने कारखाने को बर्बाद कर दिया
उन्होंने कहा कि, उनकी बेटी (के कविता) हाल ही में निज़ामाबाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ीं थीं लेकिन हार गईं। केसीआर ने कारखाने को बर्बाद कर दिया और हालत खराब से बदतर हो चुकी है। अरविंद ने यह भी कहा, उन्होंने 2015 में एक फर्जी सरकारी आदेश पारित किया था जिसमें कहा गया था कि चीनी उद्योग को सहकारी क्षेत्र के तहत चलाया जाएगा, जिसमें किसान प्रबंधन का हिस्सा होंगे। परंतु बात नहीं बन सकी। मैंने किसानों के साथ कारखाने का गौरव वापस लाने के लिए विरोध किया और आगे भी करता रहूंगा।
नीति आयोग की बैठक: पीएम मोदी बोले-2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन इकॉनोमी बनाने का लक्ष्य
सरकारी आदेश एक आत्मघाती कदम था
अरविंद ने कहा कि, केसीआर इस देश के सबसे भ्रष्ट राजनीतिज्ञ हैं। उनका सरकारी आदेश एक आत्मघाती कदम था। अरविंद ने कहा कि 35,000 किसानों के परिवार तेलंगाना के मुख्यमंत्री से निराश हैं। न तो इस (आदेश) ने निजी संस्था को कार्य करने की अनुमति दी और ना ही इसने राज्य सरकार को कार्यभार संभालने दिया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में लगभग 35,000 किसानों के परिवार हैं और लेकिन अब गन्ने की खेती दिखाई नहीं देती है।