ओम बिड़ला को चुना गया लोकसभा स्पीकर, कांग्रेस ने भी दिया समर्थन
कांग्रेस ने भी एनडीए उम्मीदवार ओम बिड़ला को लोकसभा स्पीकर पद के लिए अपना समर्थन देने का ऐलान किया।
नई दिल्ली। राजस्थान की कोटा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद ओम बिड़ला को सर्वसम्मति से लोकसभा का स्पीकर चुन लिया गया है। बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई सदस्यों ने समर्थन दिया। इसके बाद कांग्रेस समते यूपीए के घटक दलों ने भी एनडीए उम्मीदवार ओम बिड़ला को लोकसभा स्पीकर पद के लिए अपना समर्थन देने का ऐलान किया।
मंगलवार को ही तय हो गया था बिड़ला का नाम
आपको बता दें कि भाजपा की ओर से लोकसभा स्पीकर के लिए ओम बिड़ला का नाम मंगलवार को ही सामने आ गया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने उनकी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए इस संबंध में कांग्रेस से बात करने की भी जानकारी दी। यह पहले ही माना जा रहा था कि वो निर्विरोध लोकसभा के स्पीकर के तौर पर चुने जा सकते हैं। प्रह्लाद जोशी ने ओम बिड़ला के लोकसभा स्पीकर की उम्मीदवारी पर कहा कि प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, परिवहन मंत्री ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा है। वहीं, कई एनडीए और बाकी दलों ने उस प्रस्ताव के समर्थन में हस्ताक्षर कर दिए हैं। जोशी ने बताया कि हमने कांग्रेस से भी बात की है, हालांकि अभी तक उन्होंने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं, लेकिन वो प्रस्ताव का विरोध नहीं करेंगे। मैं गुलाम नबी आजाद से मिल चुका हूं।
तीन बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं बिड़ला
ओम बिड़ला के राजनीतिक करियर की बात करें तो 4 दिसंबर 1962 को जन्मे बिड़ला 2014 में 16वीं लोकसभा के चुनाव में पहली बार सांसद बने। फिर 2019 के लोकसभा चुनाव में वह दोबारा इसी सीट से सांसद चुने गए। इससे पहले 2003, 2008 और 2013 में वो कोटा विधानसभा सीट से ही विधायक बने। इस प्रकार वह कुल तीन बार विधायक और दो बार सांसद रह चुके हैं। ओम बिड़ला सामाजिक कार्यों के लिए कोटा में काफी मशहूर हैं। वह सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वे विभिन्न माध्यमों के द्वारा सामाजिक सेवा, राष्ट्र सेवा, गरीब, वृ्द्ध, विकलांग और असहाय महिलाओं की सहायता करने में रुचि रखते हैं। उनकी तरफ से विकलांगों को मुफ्त साइकिलें, व्हीलचेयर और कान की मशीन प्रदान की गई हैं।
सामाजिक कार्यों में रहते हैं सक्रिय
बिड़ला एक बार राज्य सरकार में संसदीय सचिव भी रह चुके हैं। बूथ मैनेजमेंट बिड़ला की सबसे बड़ी ताकत बताई जाती रही है। बिड़ला क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहने वाले जनप्रतिनिधि रहे हैं। वो पूर्व में लंबे समय तक भाजयुमो में कार्य कर चुके हैं। बढ़ते प्रदूषण की जांच और हरियाली में कमी के लिए कोटा में लगभग एक लाख पेड़ लगाने के लिए उन्होंने एक प्रमुख "ग्रीन कोटा वन अभियान" लॉन्च किया था। बिड़ला ने नेहरू युवा केंद्र के माध्यम से देश के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की एक प्रमुख योजना तैयार करके ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाशाली युवाओं को बढ़ावा देने के लिए आंदोलन का नेतृत्व किया था। उन्होंने राजस्थान के बारा जिला में सहिया आदिवासी इलाके में कुपोषण और अर्ध-बेरोजगारी को हटाने के लिए मिशन का नेतृत्व किया।