दिल्ली विधानसभा में बीजेपी विधायकों का प्रदर्शन, मार्शल ने किया बाहर
दिल्ली- शुक्रवार को दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत के साथ ही बीजेपी के तीनों विधायकों को मार्शल से बाहर करवा दिया गया। आरोप है कि बीजेपी के विधायक लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल के स्वागत भाषण को बाधित कर रहे थे।
जानकारी के मुताबिक विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता और बीजेपी विधायक ओपी शर्मा एवं जगदीश प्रधान प्रदर्शन करते हुए स्पीकर के आसन तक पहुंच गए। वे लोग दिल्ली सरकार पर जेएनयू देशद्रोह केस में मुकदमे की मंजूरी देने में देरी करने का आरोप लगा रहे थे। इसके बाद स्पीकर राम निवास गोयल ने मार्शल को बुलाकर उन्हें सदन से बाहर करवा दिया। इस दौरान विजेंद्र गुप्ता जोर-जोर से सरकार पर देरी करने का आरोप लगाते रहे।
खबरों के मुताबिक गोयल ने कहा कि एलजी का संबोधन सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं है, इसलिए उन्हें इस मामले को बाद में उठाना चाहिए था। जबकि, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया है कि बीजेपी हमेशा सदन की कार्यवाही बाधित करती है। उन्होंने कहा कि,"जिस मामले पर वो हंगामा कर रहे हैं, उसमें (पुलिस को) चार्जशीट दायर करने में तीन साल लग गए।" उनके अनुसार कानून किसी चार्जशीट पर फैसला लेने के लिए तीन महीने का समय देता है। इसलिए दिल्ली सरकार पर सवाल उठाने से पहले बीजेपी को ये जवाब देना चाहिए कि उनकी पुलिस को इस केस में चार्जशीट फाइल करने में तीन साल क्यों लग गए।
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गौरतलब है कि पिछले जनवरी महीने में दिल्ली पुलिस ने 2016 के केस में जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार समेत दूसरे आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली सरकार से मंजूरी मांगी है।
आपको बता दें कि फरवरी 2016 में जेएनयू में संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी की सजा के विरोध में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें देश विरोधी नारे लगाए जाने के आरोप हैं। हालांकि कन्हैया कुमार ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज किया है।