असम बाढ़ में फंसे ग्रामीणों के लिए मसीहा बने भाजपा एमएलए मृणाल सैकिया, देखें वीडियो
असम बाढ़ में फंसे ग्रामीणों के लिए मसीहा बनें भाजपा एमएलए मृणाल सैकिया, देखें वीडियो
गुवाहाटी। देश भर में कोरोना संकट के बीच हर कोई अपने बचाव के लिए घर से बाहर तक निकलने से बच रहा है। इस महामारी के संकट के साथ असम राज्य में भारी बारिश के बाढ़ आ गई है जिसके कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं वहीं अब तक कुल 70 लोगों और बड़ी संख्या में जानवरों की मौत हो चुकी हैं। इस संकट के बीच असम के एमएलए मृणाल सैकिया बाढ़ में फंसे ग्रामीणों के लिए मसीहा बन गए हैं। वो जान जोखिम में डालकर अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की जान बचाने में जुटे हुए हैं।
सैकिया ने अपना ये वीडियो ट्वीट किया जिसके बाद लोगों ने उनका वीडियो जमकर साक्षा किया। इस वीडियो में बीजेपी विधायक बाढ़ से बचाव के लिए कमर तक गहरे पानी से गुजरते हुए दिखाई दे रहे हैं जबकि इस बाढ़ में अब तक कई जानवर मर चुके हैं। बता दें रविवार को असम में बाढ़ और बाढ़ संबंधित घटनाओं और भूस्खलन में 26 लोगों की मौत हो गई और अब तक कुल मिलाकर 70 लोगों की जान जा चुकी है । असम के 24 जिलों के 2,015 गांवों में 13 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जहां पर एमएसए मृणाल लोगों को बाढ़ से निकालने गए वो राजधानी गुवाहाटी से लगभग 264 किलोमीटर दूर खुमताई गांव था जहां भाजपा विधायक द्वारा बचाव और राहत कार्य में स्वयं जाकर बहुतों की जान बचाई।Flood is creating havoc in my constituency..we have been rescuing stranded people from interior places. pic.twitter.com/pNqOTKYuS5
— Mrinal Saikia (@MrinalS66742364) July 12, 2020
Hats off pic.twitter.com/36sKmWCVGq
— Gautam Bagaria (@bagaria_gautam) July 12, 2020
सैकिया ने ट्वीट किया कि बाढ़ ने मेरे निर्वाचन क्षेत्र में तबाही मचा दिया है। हम अंदर के इलाकों से फंसे हुए लोगों को बचा रहे हैं। जानवरों की जान भी ग्रामीणों की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने लिखा कि आज, मैं कई जगहों से सैकड़ों बकरियों को बचाकर खुश हूँ। उनका ये वीडियो देखकर यूजर्स उनकी तारीफ कर रहे हैं और एक यूजर ने लिखा कि मुझे उम्मीद है कि सैकिया के इस काम से अधिक राजनेता प्रभावित होंगे और जिस क्षेत्र से वो चुनकर आएं है उनके लिए वो काम करने के लिए प्रेरित होंगे। इस वीडियो में आप ये भी देख सकते है कि भाजपा विधायक एक छोटे से बच्चे को हाथ में लेकर उसे सुरक्षित नाव पर पहुंचाया। बता दें सैकिया संकट के समय में जरुरमंद लोगों के लिए सदा खड़े होने के लिए जाने जाते हैं। कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान उन्होंने गोलघर जिले में प्रवासियों को जिनके पास घर जाने के लिए पैसे नहीं थे उन्हें quarantine सेन्टरों से अपने निजी वाहनों से उनके घर भिजवाया था।