मदद की गुहार लगाने वाली हॉकी खिलाड़ी का भाजपा विधायक ने उड़ाया मजाक
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भोपाल। देश में क्रिकेट के अलावा तकरीबन हर खेल अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है, आलम यह है कि संसाधनों में अभाव में खिलाड़ी बड़ी मुश्किल से किसी मुकाम पर पहुंच पाते हैं। ऐसे में देश के नेताओं से ऐसी उम्मीद की जाती है कि वह इन खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में उनकी मदद करेंगे और हौसला अफजाई करेंगे। लेकिन भाजपा नेता का भारतीय जूनियर हॉकी टीम के खिलाड़ी के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। भारतीय जूनियर हॉकी टीम की गोलकीपर खुशबू खान ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनके घर में शौचालय बनवाने के लिए पत्र लिखा और गुहार लगाई, लेकिन यह बात भाजपा विधायक सुरेंद्र नाश सिंह को इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने खिलाड़ी से कहा कि अगर तुम अच्छी खिलाड़ी होती तो झुग्गियों में नहीं रह रही होती।
हर किसी की मदद नहीं की जा सकती
सुरेंद्र नाथ सिंह खुशबू के बारे में कहा कि अगर वह अच्छी खिलाड़ी होती तो झुग्गियों में नहीं रह रही होती बल्कि अबतक सरकार की ओर से उसे नौकरी मिल गई होती। खुशबू के पत्र के बारे में सुरेंद्र नाथ ने कहा कि मीडिया हर बात को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाता है। लाखों लोग ऐसे हैं जो खुशबू की तरह हैं। ऐसे में अब हर कोई सड़क पर खड़ा होकर मदद की मांग करेगा तो सभी को मदद पहुंचाना संभव नहीं है।
टीम में गोलकीपर नहीं है खुशबू
खुशबू का मजाक उड़ाते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि वह राष्ट्रीय जूनियर हॉकी अंडर 19 टीम की गोलकीपर है ही नहीं, उसे टीम के लिए रखे गए कैंपमें हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों में सिर्फ जगह मिली थी, वह टीम की गोलकीपर नहीं है। गौरतलब है कि खुशबू ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाते हुए कहा था कि मुझे मामा जी पर विश्वास है कि वह मेरे लिए कुछ करेंगे। खुशबू ने गुहार लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी मेरे परिवार को सुविधा दिलवाएं।
मदद की गुहार लगाई
आपको बता दें कि खुशबू भोपाल के जहांगीराबाद इलाके में एक झुग्गी में रहती है, उसके साथ उसका परिवार भी रहता है। परिवार में कुल सात सदस्य हैं। घर के भीतर शौचालय टूट गया था जिसके बाद पूरा परिवार खुले में शौच के लिए मजबूर है। दरअसल जिला प्रशासन ने शौचालय को तोड़ दिया था और अब परिवार को झुग्गी से बाहर निकालने की धमकी दी जा रही है। खुशबू डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक से गुहार लगा चुकी है, उसने गुहार लगाई है कि उसे स्टेडियम के पास घर दिलाया जाए, जिसके बाद उसे मदद का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक किसी ने उसकी मदद नहीं की है।