मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मध्य प्रदेश में गर्माई राजनीति, नाराज विधायक ने शिवराज को लिखा खत
भोपाल। मध्य प्रदेश में 2 जुलाई को कैबिनेट का विस्तार किया गया। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर आए कई विधायकों को कैबिनेट में जगह दिए जाने के बाद बीजेपी में लगातार असंतोष बढ़ रहा है। राज्य में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने सीएम शिवराज को एक खत लिखकर कहा है कि जबलपुर और रीवा संभाग के नागरिकों में मंत्रिपरिषद को लेकर असंतोष व्याप्त है और यह स्वाभाविक है। दरअसल विंध्य-महाकोशल अंचल को मंत्रिमंडल में पर्याप्त तवज्जो नहीं मिलने से राजनीति गर्मा गई है।
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बीजेपी विधायक का CM शिवराज को खत
जबलपुर जिले में पाटन विधानसभा क्षेत्र के 68 वर्षीय विधायक विश्नोई ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि, आपकी (सीएम) मजबूरी को मैं समझ सकता हूं, आमजन नहीं। मंत्रिपरिषद में जगह ना पाने वाले 4 बार के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री विश्नोई ने कहा कि मेरा आपसे अनुरोध है कि आप स्वयं जबलपुर और रीवा जिले का प्रभार ले लें। लोगों की नाराजी दूर हो जाएगी। विश्नोई ने अपने पत्र में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का उदाहरण देते हुए चौहान से ऐसा करने की अपील की।
बीजेपी की अंदरूनी राजनीति का संतुलन बिगड़ा
विश्नोई ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए जबलपुर के प्रभारी मंत्री रह चुके हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेरे इस अनुरोध को स्वीकार करेंगे। जब विश्नोई से इस पत्र के लीक होने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। विश्नोई का लिखा पत्र सोशल मीडिया पर लीक हो गया है। मध्य प्रदेश की राजनीति पर करीबी नजर रखने वालों के मुताबिक, सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद से बीजेपी की अंदरूनी राजनीति का संतुलन बिगड़ गया है।
नए मंत्रियों में 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेता
सूत्रों का कहना है कि विश्नोई ने मुख्यमंत्री से मुलाकात टाल दी है। उन्होंने पत्र भेजने की जानकारी मुख्यमंत्री को दी है। इसे सरकार पर दबाव बनाने के लिए विश्नोई का बड़ा दांव माना जा रहा है। सरकार में अब सिर्फ विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली है। संभव है कि संगठन उन्हें मनाने के लिए यह पद देने की पेशकश करे। बता दें कि, मध्य प्रदेश में बृहस्पतिवार को चौहान ने मंत्रिपरिषद का विस्तार कर 28 मंत्रियों को शामिल किया। इन नए मंत्रियों में 12 ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेता भी शामिल हैं।
कमलनाथ
ने
सिंधिया
पर
कसा
तंज,
बोले-
कौन
सा
'टाइगर',
पेपर
वाला
या
सर्कस
वाला