केंद्र में सरकार बनाने के बाद बीजेपी इन दो राज्यों में कर सकती है 'तख्तापलट'
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव में उत्तर भारत में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया है। राज्स्थान और मध्यप्रदेश जहां पांच महीने कांग्रेस ने बीजेपी को विधानसभा चुनाव में मात दी थी। वहां बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में हार का बदला ले लिया है। वहीं कर्नाटक में करीब एक साल पहले कांग्रेस और जेडीएस ने बीजेपी को सीएम की कुर्सी तक नहीं पहुंचने दिया। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को चुनाव में करारी शिकस्त दी है। उसने राज्य में 28 में से 25 सीटें जीत ली है। इसके बाद ये कयास लग रहे कि क्या बीजेपी इन राज्यों में 'तख्तापलट' कर सकती है।
'गठबंधन का भविष्य कुछ दिनों में बंद'
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि गठबंधन का भविष्य कुछ ही दिनों में बंद हो जाएगा। वो लगातार कांग्रेस के 20 विधायकों का समर्थन का दावा करते हैं। बीजेपी नेता डी वी सदानंद गौड़ा ने यह भी दावा किया है कि जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी लंबे समय तक मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। पिछले साल विधानसभा चुनावों में 104 सीटें जीतने वाली बीजेपी को कांग्रेस ने चुनाव बाद जेडीएस को सपोर्ट देकर सत्ता से बाहर किया। कांग्रेस ने इस चुनाव में 80 सीटें जीती थीं जबकि जेडीएस ने 37 सीटें मिली थी। राज्य में कुल 224 विधानसभा सीटे हैं।
'कोई भी विधायक बीजेपी में नहीं जाएगा'
बीजेपी ने लोकसभा की 25 सीटें जीतने के साथ एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीता। अब बीजेपी के राज्य में 105 विधायक हैं। बीजेपी ने चिनकोली विधानसभा उपचुनाव जीता लेकिन गुरुवार को बीजेपी कांग्रेस से कुंडगोल उपचुनाव हार गई। कई कांग्रेसी नेता कुमारस्वामी को हटाकर सिद्धारमैया को सीएम बनाने की मांग कर रहे हैंष। लेकिन गुरुवार को सिद्धारमैया ने दावा किया कि कोई भी विधायक बीजेपी में नहीं जाएगा।
'मध्य प्रदेश में कांग्रेस पर संकट'
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को फिलहाल गुटबाजी का सामना नहीं करना पड़ सकता है, क्योंकि उनके विरोधी गुट के ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्गज दिग्विजय सिंह और अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह लोकसभा चुनाव हार गए हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने एकमात्र सीट छिंदवाड़ा जीती थी, जहां कमलनाथ के बेटे नकुल उम्मीदवार थे। लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से थोड़ा पीछे हैं। राज्य में पार्टी के पास 230 में से 114 सीटें हैं और उसने दो बसपा, एक सपा और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाई है। बीजेपी के पास 109 विधायक हैं, जिनमें से विधायक गुमानसिंह डामोर भी शामिल हैं, जिन्होंने रतलाम-झाबुआ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था।
बीजेपी कर चुकी है इशारा
बीजेपी पहले से ही कांग्रेस पर हमलावर है, जिसके साथ विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। भार्गव ने इस सप्ताह की शुरुआत में इंडियन एक्सप्रेस से कहा था कि एक बार चर्चा खत्म हो जाने के बाद, नेतृत्व और संगठन से वर्तामान घटनाक्रम पर परामर्श के आधार पर हम स्पीकर से फ्लोर टेस्ट कराने के लिए कह सकते हैं।
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