क्यों बीजेपी हार गई विधानसभा चुनाव, रिटेल इन्फ्लेशन है इसका जबाव
नई दिल्ली। नवंबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 2.33% तक गिर गया। खुदरा मुद्रास्फीति का यह स्तर किसी चुनाव को जीतने के लिए एक पर्याप्त राजनीतिक उद्देश्य है। आखिरकार, बहुत अधिक मुद्रास्फीति अतीत में सरकारों को गिरा चुकी हैं। लेकिन केंद्रीय सत्ता में उपस्थित भाजपा इसके बावजूद भी विधानसभा चुनाव हार गई। यह इसलिए हुआ क्योंकि, यह मुद्रस्फीति ग्रामीण इनकम को सपोर्ट करने के लिए बेहद कम है।
खाद्य कीमतें नवंबर में लगातार दूसरे महीने गिरी हैं। इसे ध्यान में रखते हुए ग्रामीण केंद्रों में खुदरा मुद्रास्फीति शहरी क्षेत्रों की तुलना में काफी कम है। गिरती हुई कृषि आय और बढ़ता ग्रामीण संकट मौजूदा सरकार के लिए खतरे की घंटी है। बात दे पीएम मोदी ने सभी के लिए रोजगार का वादा किया है। 201 9 के लोकसभा चुनाव छह महीने में होने वाले हैं। ऐसे में सरकार को तुरंत इसका समाधान करने की जरूरत है।
जबकि खुदरा मुद्रास्फीति में गिरावट एक अनुकूल मौद्रिक नीति की गारंटी देगी। उच्च कोर मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के लिए एक कठिन काम बना रही है। मुद्रास्फीति की इस तरह की गिरावट के चलते किसान पहले से कम कमा रहे हैं, लेकिन उधार लेने की उनकी लागत कम नहीं हुई है।
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