Farmers protest: उग्रवादियों ने विरोध को हाइजैक किया, कांग्रेस भड़काना चाहती है दंगे- भाजपा नेता
नई दिल्ली- किसानों के विरोध पर भाजपा के एक बड़े नेता ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उत्तराखंड के भाजपा प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने रविवार को आरोप लगाया है कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध को उग्रवादी तत्वों ने हाइजैक कर लिया है। उन्होंने दावा किया है कि खालिस्तान और पाकिस्तान के समर्थन में हुई नारेबाजी इस बात के सबूत हैं। प्रदेश के पार्टी प्रभारी नियुक्त होने के बाद वह पहली बार देहरादून पहुंचे हैं, जहां उन्होंने मीडिया के सामने ये दावे किए हैं। हाल ही में उनके साथ पार्टी ने रेखा वर्मा को उत्तराखंड प्रदेश का सह-प्रभारी नियुक्त किया है।

'उग्रवादियों ने हाइजैक किया किसानों का विरोध'
देहरादून में मीडिया से बातचीत में बीजेपी नेता दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा, 'कृषि कानून तो पूरे देश के लिए है, लेकिन सिर्फ पंजाब में ही क्यों विरोध है? प्रदर्शन के दौरान लोगों ने खालिस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए हैं। तब इसे विरोध कैसे कहा जा सकता है?' उन्होंने सबसे बड़ा दावा तो यह किया कि किसानों के आंदोलन को उग्रवादियों ने हाइजैक कर लिया है। उन्होंने कहा, 'विरोध को उग्रवादी तत्वों ने हाइजैक कर लिया है और जो राष्ट्र-विरोधी ताकतें हैं उनके लिए नारे लगा रहे हैं।' जब उनसे पूछा गया कि खालिस्तान और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी कहां हुई तो उन्होंने कहा कि, 'सोशल मीडिया पर चल रहे इन वीडियो को देखा जा सकता है।'
दंगे भड़काना चाहती है कांग्रेस- बीजेपी नेता
गौतम ने यह भी कहा कि कानून को लागू कराने वाली एजेंस ऐसे नारेबाजी करने वालों को जल्द गिरफ्तार करेंगी, 'पुख्ता जांच के बाद सही समय पर ऐसा किया जाएगा।' उन्होंने कांग्रेस पर भी यह आरोप लगाया कि वह किसानों को उकसा कर दंगे भड़काना चाहती है। उन्होंने कहा, 'विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हैं और वो किसान नहीं हैं। वह ऐसा दंगे भड़काने के लिए कर रहे हैं, क्योंकि यह पार्टी 1947 के दंगों के बाद विकसित हुई है और फिर 1984 के सिख-विरोधी दंगों के बाद सरकार बना चुकी है। यह फिर से वैसा ही करना चाहती है, क्योंकि दंगों से उसे फायदा होता है।'
'नए कृषि कानूनों से किसानों को फायदा'
यही नहीं उन्होंने नए कृषि कानूनों की तारीफ करते हुए कहा है कि यह किसानों के विकास के लिए बनाया गया है। उनके मुताबिक, 'यह कानून उनकी आय बढ़ाने और उन्हें बिचौलियों के कब्जे से आजादी दिलाने के लिए है। हम कभी भी किसानों के खिलाफ नहीं जा सकते, क्योंकि वे हमारे भाई हैं। यह हमारी सरकार थी, जिसने यूरिया की सप्लाई के मुद्दे का हल किया और पंजाब में एमएसपी पर सबसे ज्यादा उत्पाद की खरीद की।'
कांग्रेस ने आरोपों को नकारा
हालांकि, कांग्रेस ने गौतम के आरोपों को नकारते हुए बीजेपी पर हर विरोध को एंटी-नेशनल और आतंकवाद के रंग में रंगने का आरोप लगाया है। उत्तराखंड के कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा, 'जब भी इनकी सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन होता है, ये प्रदर्शनकारियों को एंटी-नेशनल, आतंकवादी और नक्सली कहते हैं। किसानों के इस विरोध में भी इन्होंने पंजाब के किसानों को खालिस्तानी आतंकवादी कहकर वही किया, जो कि शर्मनाक है।' वो बोले, 'जब पंजाब के हमारे भाई सेना में देश के लिए लड़ते हैं और अपनी जान दे देते हैं तो बीजेपी उन्हें शहीद बताती है और जब वह अपने अधिकारों के लिए लड़ते हैं, तब उन्हें आतंकवादी बताती है। इसे कैसे न्यायोचित कहा जा सकता है? '
धस्माना ने विरोध में कांग्रेस के शामिल होने के भी आरोपों को खारिज किया है और दावा किया है कि, 'कांग्रेस विरोध करने वाले किसानों का समर्थन कर रही है, लेकिन इसमें शामिल नहीं है। प्रदर्शनकारियों में कांग्रेस का एक भी झंडा नहीं है। ये किसान काले कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं, जिसकी उन्होंने कभी मांग नहीं की।'