बिहार: नीतीश और बीजेपी में बढ़ी तल्खी, रावण दहन में नहीं पहुंचे सुशील मोदी
नई दिल्ली। बिहार में सत्तारूढ पार्टी जेडीयू और बीजेपी के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मंगलवार को पटना के गांधी मैदान में रावण दहन समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा और बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार चौधरी शामिल हुए। लेकिन इस कार्यक्रम में राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी की कुर्सी खाली ही रही। इस कार्यक्रम में ना ही कोई बीजेपी का नेता पहुंचा। जेडीयू के पूर्व प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने ट्वीट कर इसको लेकर बीजेपी पर तंज कसा है।
सुशील कुमार मोदी भी शामिल नहीं हुए
मंगलवार को पटना सहित पूरे बिहार में रावण वध के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वण वध मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं की अनुपस्थिति गौर करने की बात रही। इस कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी भी शामिल नहीं हुए। जबकि मंच पर सुशील मोदी के नाम की कुर्सी को भी रखा गया था। लेकिन वह मंच पर खाली रही।
जेडीयू और बीजेपी के बीच मतभेद गहराया
बीजेपी नेताओं के ना आने पर डीयू के पूर्व प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने ट्वीट कर लिखा कि, 'क्या हुआ @BJP4Bihar? गांधी मैदान में रावण वध के लिए कोई नहीं आया? क्या आपको रावण को नहीं मारना है?' बता दें, पटना में भीषण बाढ़ को लेकर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी के बीच मतभेद गहरा गए हैं। दोनों पार्टियों की ओर से विरोधी बयान दिए जा रहे हैं।
बाढ़ के चलते बढ़ी लल्खी
बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा था कि पटना में राज्य प्रशासन बाढ़ की स्थिति को गलत तरीके से मैनेज करने के लिए जिम्मेदार है और सीएम नीतीश को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इसके बाद जेडी(यू) ने बीजेपी से इस बारे में सफाई मांगी थी। इस पर जेडी(यू) के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन वर्मा ने कहा था, 'गिरिराज सिंह का समय-समय पर नतीश कुमार और एनडीए सरकार के खिलाफ बोलना उनकी निजी कुंठा है या वह पार्टी के विचारों को सामने रख रहे हैं, बीजेपी को यह साफ करना चाहिए।'
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